'उन्हें अपना चेहरा देखना चाहिए': युवराज का करियर बर्बाद करने का इल्ज़ाम लगाते हुए एक बार फिर धोनी पर हमलावर हुए योगराज सिंह
एमएस धोनी और युवराज सिंह [X.com]
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह के मुखर विचारों से पूरी दुनियावाक़िफ़ हैf।
2011 विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी युवराज के पिता योगराज ने बार-बार धोनी के प्रति अपनी निराशा ज़ाहिर की है। इसके साथ ही उन्होंने युवराज के शानदार करियर के असमय अंत के लिए धोनी को ही ज़िम्मेदार ठहराया है।
उन्हें अपना चेहरा आईने में देखना चाहिए: योगराज
हाल ही में ज़ी स्विच यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में योगराज, धोनी की आलोचना करने से फिर पीछे नहीं हटे। उन्होंने कहा , " मैं एमएस धोनी को माफ नहीं करूंगा। " उन्होंने धोनी पर अपनी कप्तानी के दौरान जानबूझकर युवराज को दरकिनार करने का आरोप लगाया।
योगराज के मुताबिक़, युवराज में उस वक़्त अगले चार से पांच सालों तक टॉप क्लास क्रिकेट खेलने की क्षमता थी, लेकिन धोनी के कथित हस्तक्षेप के चलते उनका करियर छोटा हो गया।
उन्होंने कहा, "मैं एमएस धोनी को माफ नहीं करूंगा। उन्हें अपना चेहरा आईने में देखना चाहिए। वह बहुत बड़े क्रिकेटर हैं, लेकिन उन्होंने मेरे बेटे के खिलाफ जो किया है, वह सब अब सामने आ रहा है; इसे जीवन में कभी माफ नहीं किया जा सकता। मैंने जीवन में कभी दो चीजें नहीं कीं - पहला, मैंने कभी किसी को माफ नहीं किया जिसने मेरे लिए गलत किया और दूसरा, मैंने अपने जीवन में कभी उन्हें गले नहीं लगाया, चाहे वह मेरे परिवार के सदस्य हों या मेरे बच्चे। "
हालांकि, यह दुश्मनी युवराज द्वारा स्वयं साझा नहीं की जाती है, जिन्होंने हमेशा धोनी के बारे में सकारात्मक बात की है और भारत की 2007 T20 विश्व कप और 2011 एकदिवसीय विश्व कप जीत में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया है।
भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह का योगदान
अपने करियर को लेकर विवादों के बावजूद, युवराज का भारतीय क्रिकेट में योगदान निर्विवाद है। 17 सालों में, युवराज ने 402 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, 11,000 से ज़्यादा रन बनाए और देश के क्रिकेट दिग्गजों में से एक के रूप में अपनी जगह बनाई।
उन्होंने भारत की कई महानतम जीतों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें 2002 ICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी, 2007 T20 विश्व कप और 2011 क्रिकेट विश्व कप शामिल हैं।