जसप्रीत बुमराह ने की टेस्ट कप्तान बनने के BCCI के प्रस्ताव को ठुकराने की पुष्टि
जसप्रीत बुमराह (Source: @Johns/X.com)
एक अहम घटनाक्रम में भारत के स्टार तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने पुष्टि की है कि BCCI ने उन्हें टेस्ट टीम की कप्तानी के लिए विचार किया था, लेकिन उन्होंने पीठ की चोट और वर्कलोड की चिंताओं के चलते यह ज़िम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया।
Sky Sports पर दिनेश कार्तिक से बात करते हुए बुमराह ने बताया कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड उन्हें रोहित शर्मा की जगह अगला टेस्ट कप्तान बनाने के पक्ष में था। लेकिन अपनी पीठ की समस्या को प्राथमिक कारण बताते हुए उन्होंने यह मौका ठुकरा दिया।
बुमराह ने SKY Sports से बातचीत में कहा, "IPL के दौरान जब रोहित और विराट ने रिटायरमेंट लिया, उससे पहले ही मैंने BCCI से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में अपने वर्कलोड को लेकर बात की थी। मैंने उन लोगों से भी बात की है जिन्होंने मेरी पीठ का इलाज किया है। मैंने अपने सर्जन से भी बात की, जो हमेशा मुझसे कहते हैं कि वर्कलोड को लेकर समझदारी से काम लेना चाहिए। तो मैंने उनसे सलाह ली, और फिर हम इस नतीजे पर पहुंचे कि मुझे थोड़ा ज्यादा समझदारी से काम लेना होगा। इसके बाद मैंने BCCI को फोन करके कहा कि मैं लीडरशिप रोल में नहीं रहना चाहता, क्योंकि मैं पूरी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज नहीं खेल पाऊंगा।"
बुमराह ने सभी पांच टेस्ट मैच नहीं खेलने की पुष्टि की
इसी बातचीत में जसप्रीत बुमराह ने पुष्टि की कि वह सभी पांच टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। 31 वर्षीय बुमराह ने कहा कि अगर वह कप्तानी स्वीकार करते और फिर मैच मिस करते तो यह टीम के लिए आदर्श नहीं होता, जिससे एक ही सीरीज़ में अलग-अलग कप्तान होते।
उन्होंने आगे कहा, "हां, BCCI मुझे लीडरशिप के लिए देख रही थी। लेकिन फिर मुझे मना करना पड़ा, क्योंकि ये टीम के लिए भी सही नहीं होता कि पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में तीन मैच कोई और कप्तान करे और दो मैच कोई और। ये टीम के लिए न्यायपूर्ण नहीं है। और मैंने हमेशा टीम को पहले रखने का सोचा है।"
बुमराह ने यह नहीं बताया कि वह कौन से टेस्ट मैच मिस करेंगे, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक वह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अधिकतम तीन मैचों में हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने रेड-बॉल क्रिकेट से समय से पहले विदाई से बचने के लिए अपने कार्यभार को प्रबंधित करने के महत्व पर जोर दिया।