एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से मिली शर्मनाक हार के बाद रोहित एंड कंपनी पर निशाना साधा सुनील गावस्कर ने


सुनील गावस्कर- (स्रोत: @जॉन्स/X.com) सुनील गावस्कर- (स्रोत: @जॉन्स/X.com)

अपने दौर के दिग्गज भारतीय बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर ने भारत से गुलाबी गेंद टेस्ट के जल्दी ख़त्म होने के बाद अपने होटल के कमरों में समय बर्बाद नहीं करने और अतिरिक्त दो दिनों का उपयोग अभ्यास में पसीना बहाकर करने का आग्रह किया है ताकि वे तीसरे टेस्ट में वापसी कर सकें।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, मैच ढ़ाई दिन से भी कम समय में समाप्त हो गया, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने वापसी करते हुए पांच मैचों की सीरीज़ 1-1 से बराबर कर ली।

गावस्कर ने आधिकारिक प्रसारणकर्ता से कहा, "बाकी  बची सीरीज़ को तीन मैचों की सीरीज़ के रूप में देखें। भूल जाइए कि यह पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ थी। मैं चाहूंगा कि भारतीय टीम अगले कुछ दिनों का उपयोग अभ्यास के लिए करे। यह बहुत महत्वपूर्ण है। आप अपने होटल के कमरे में या जहां भी जा रहे हैं, वहां बैठे नहीं रह सकते क्योंकि आप यहां क्रिकेट खेलने आए हैं।"


उन्होंने कहा, "आपको पूरा दिन अभ्यास करने की ज़रूरत नहीं है। आप सुबह या दोपहर में, जो भी समय चाहें, अभ्यास कर सकते हैं, लेकिन इन दिनों को बर्बाद मत कीजिए। अगर टेस्ट मैच पांच दिन तक चलता तो आप यहां टेस्ट मैच खेल रहे होते।"

गावस्कर ने भारतीय खिलाड़ियों से लय वापस पाने का आग्रह किया

तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से शुरू होगा और गावस्कर ने कहा कि भारतीयों को इस बीच के समय का उपयोग अपनी लय वापस पाने के लिए करना चाहिए।

उन्होंने कहा , "आपको लय में आने के लिए और अधिक समय निकालना होगा, क्योंकि आप रन नहीं बना पाए हैं। आपके गेंदबाज़ों को लय नहीं मिल पाई है। ऐसे अन्य गेंदबाज़ भी हैं जिन्हें क्रीज़ पर समय की ज़रूरत है।"

भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों को तेज़ पिच पर अच्छा प्रदर्शन करने में परेशानी हुई, जिससे पहली पारी में उन्होंने काफी रन दे दिए और आस्ट्रेलिया, विशेषकर शतकवीर ट्रेविस हेड को 157 रन की बड़ी बढ़त लेने का मौक़ा मिल गया।

गावस्कर ने कहा कि वह वैकल्पिक अभ्यास सत्र की अवधारणा में विश्वास नहीं रखते। इसके साथ ही लिटिल मास्टर ने कहा कि इसका फ़ैसला पूरी तरह से कप्तान और कोच को लेना चाहिए, खिलाड़ियों को नहीं।

"मैं इस वैकल्पिक अभ्यास सत्र पर विश्वास नहीं करता। वैकल्पिक प्रशिक्षण का फ़ैसला कप्तान और कोच को लेना चाहिए। कोच को कहना चाहिए, 'अरे, तुमने 150 रन बनाए हैं, तुम्हें अभ्यास के लिए आने की ज़रूरत नहीं है। अरे, तुमने मैच में 40 ओवर गेंदबाज़ी की है, तुम्हें अभ्यास के लिए आने की ज़रूरत नहीं है।'


भारतीय दिग्गज ने आगे कहा, "उन्हें विकल्प नहीं दिया जाना चाहिए। अगर आप खिलाड़ियों को यह विकल्प देंगे, तो उनमें से बहुत से, कई खिलाड़ी कहेंगे, 'नहीं, मैं अपने कमरे में ही रहूंगा।' और भारतीय क्रिकेट को इसकी ज़रूरत नहीं है।"

[पीटीआई इनपुट्स के साथ]

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Mohammed Afzal

Mohammed Afzal

Author ∙ Dec 9 2024, 12:18 PM | 3 Min Read
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