एजबेस्टन टेस्ट से पहले इंग्लिश विकेटकीपर की टीम इंडिया को खुली चेतावनी
जेमी स्मिथ इंग्लैंड की शानदार जीत पर विचार करते हुए [स्रोत: एपी फोटो]
इंग्लैंड के युवा विकेटकीपर जेमी स्मिथ ने हेडिंग्ले में सीरीज़ के पहले टेस्ट मैच में भारत के ख़िलाफ़ रोमांचक जीत में अहम भूमिका निभाई। जब स्मिथ बल्लेबाज़ी करने उतरे तो इंग्लैंड 371 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए 5 विकेट पर 302 रन बनाकर मुश्किल स्थिति में था। भारत के पास अभी भी मौक़ा था, लेकिन स्मिथ ने पूर्व कप्तान जो रूट के साथ मिलकर धैर्य बनाए रखा और इंग्लैंड को महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक जीत दिलाने में मदद की।
यह जीत इंग्लैंड के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है, ख़ासकर उनके युवा खिलाड़ियों के लिए। इंग्लैंड ने हाल ही में कई अलग-अलग खिलाड़ियों को आज़माया है, लेकिन स्मिथ का आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन उनके प्रशंसकों को बहुत उम्मीद देता है।
जेमी स्मिथ ने भारत के ख़िलाफ़ दबाव में शानदार प्रदर्शन किया
स्मिथ, जो सिर्फ़ 24 साल के हैं, ने विजयी रन बनाए और 55 गेंदों पर 44 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने परिपक्वता और आक्रामकता के साथ खेला, जब इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी। स्मिथ ने टीम के नज़रिए की प्रशंसा की, जो आक्रामक "बैज़बॉल" शैली से प्रेरित है, उन्होंने कहा कि इससे उन्हें मैच को मज़बूती से ख़त्म करने और भारत को वापस लड़ने का कोई मौक़ा नहीं देने में मदद मिली।
स्मिथ ने डेली मेल से कहा, "हमने पिछले तीन सालों में कुछ बहुत ही ख़ास चीज़ें देखी हैं - एक दिन में 500 रन और इन लक्ष्यों का पीछा करना उन लोगों के लिए अविश्वसनीय रूप से सुखद और विशेष रहा है, जो दिखाता है कि क्या किया जा सकता है।" स्मिथ ने कहा, " यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि टीम कहां पहुंच गई है और हमने भारत को कोई मौक़ा नहीं दिया।"
इंग्लैंड ने स्मार्ट बल्लेबाज़ी से भारत को दी मात
इंग्लैंड की सफलता का श्रेय सावधान और चतुर बल्लेबाज़ी को जाता है, ख़ास तौर पर बेन डकेट के शानदार शतक को। मेज़बान टीम ने भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को भी अंतिम पारी में विकेट से महरूम रखा, जो कि बहुत मुश्किल था।
स्मिथ ने कहा कि उनकी टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरे समय संयमित और नियंत्रित तरीके से काम किया, जिससे अतीत में होने वाली सामान्य विफलताओं से बचा जा सका।
विकेटकीपर ने कहा, "शायद अतीत में हम इसी तरह खेलते, लेकिन शायद हम एक बार ऐसा कर पाते जिससे उन्हें मौक़ा मिल जाता या वे थोड़ा आगे निकल जाते। लेकिन यह इतना संतुलित और नियंत्रित था कि हमने उन्हें कभी मौक़ा ही नहीं दिया। टीम के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह काफी निर्दयी हो: एक बार जब आप शीर्ष पर हों, तो उन्हें हराने की कोशिश करें।"
स्मिथ ने पांचवें दिन के अंतिम घंटे में भारतीय गेंदबाज़ रवींद्र जडेजा की गेंद पर छक्का लगाकर मैच ख़त्म किया। उन्होंने रूट के साथ 69 रन की साझेदारी में दो छक्के और चार चौके लगाए जिससे मैच का रुख़ तय हो गया।
इंग्लैंड अब सीरीज़ में 1-0 से आगे है और 2 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में इस लय को बनाए रखना चाहेगा। भारत के लिए यह मैच एक साफ़ चेतावनी है, अगर उन्हें सीरीज़ में वापसी करनी है तो उन्हें और अधिक सतर्क होने की ज़रूरत है।