भारत के ख़िलाफ़ ऐतिहासिक जीत के बाद युवा श्रीलंकाई टीम को लेकर कोच सनथ जयसूर्या ने कही ये खास बात
श्रीलंका की ऐतिहासिक जीत बनाम भारत (X)
श्रीलंका ने कोलंबो में खेले गए तीसरे वनडे में भारत को 110 रनों से हराकर सीरीज़ में 2-0 की जीत दर्ज की। श्रीलंका ने निर्धारित 50 ओवरों में 248/9 का स्कोर बनाया, जिसमें अविष्का फर्नांडो ने शानदार योगदान दिया।
जवाब में भारत 138 रन पर आउट हो गया जिसमें दुनिथ वेल्लालागे ने 5.1 ओवर में 27 रन पर 5 विकेट चटकाए।
श्रीलंका की जीत एक नया कीर्तिमान भी रही क्योंकि यह 27 सालों में 'मेन इन ब्लू' के ख़िलाफ़ उनकी पहली सीरीज़ जीत थी। अंतरिम मुख्य कोच सनथ जयसूर्या ने मैच के बाद साक्षात्कार के दौरान अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताया।
जयसूर्या ने भारत के ख़िलाफ़ श्रीलंका की ऐतिहासिक जीत के बाद अपनी भावनाएं ज़ाहिर की
जयसूर्या ने सफलता का श्रेय टीम की कड़ी मेहनत और कोचिंग स्टाफ के आत्मविश्वास को दिया। साथ ही टीम के चुनौतियों पर काबू पाने और ऐतिहासिक सीरीज़ जीत हासिल करने की उनकी क्षमता पर प्रकाश डाला।
कोच ने कहा, "यह बहुत लंबा इंतजार था क्योंकि मैंने 1997 में वह सीरीज खेली थी और उसमें काफी रन बनाए थे। वह आखिरी सीरीज थी जिसे हमने भारत के खिलाफ जीता था। 27 साल बाद मैं टीम का हिस्सा हूं और इन लड़कों का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और प्रतिभाशाली हैं और पूरा देश देख सकता है कि हम क्या कर सकते हैं। हम वेल्लालागे, निसांका, अविष्का फर्नांडो, असलांका जैसे खिलाड़ियों के साथ काम कर रहे हैं, सभी बहुत युवा खिलाड़ी हैं। हसरंगा चोटिल हो गए और वेंडरसे लंबे समय से खेल रहे हैं, लेकिन उन्हें कभी मौका नहीं मिला और जब हमने मौका दिया, तो उन्होंने इसे दोनों हाथों से लपका।"
कैंडी में T20 सीरीज़ में 3-0 से हार के कारण कमजोर टीम के रूप में सीरीज़ में प्रवेश करने तथा अपने आक्रमण में कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद, श्रीलंका ने लचीलापन दिखाया।
टीम ने अपनी बल्लेबाज़ी में उल्लेखनीय सुधार किया, विशेषकर मध्यक्रम में, जिसे T20I सीरीज़ में संघर्ष करना पड़ा था।