एक नज़र...लॉर्ड्स क्रिकेट स्टेडियम पर टेस्ट जीतने वाले भारतीय कप्तानों पर
भारत ने आखिरी बार 2021 में लॉर्ड्स में टेस्ट जीता था [X]
लॉर्ड्स, जिसे 'क्रिकेट का मक्का' कहा जाता है, में टेस्ट मैच जीतना किसी भी क्रिकेटर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
इस ऐतिहासिल मैदान पर किसी टीम को जीत दिलाना एक बड़ा सम्मान है। पिछले कुछ सालों में, भारत ने लॉर्ड्स में 19 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से केवल तीन में उसे जीत मिली है, जबकि इंग्लैंड ने 12 मैच जीते हैं जबकि चार मैच ड्रॉ रहे हैं।
केवल कुछ ही भारतीय कप्तान इस प्रतिष्ठित स्थल पर कठिन परिस्थितियों और मज़बूत प्रतिद्वंद्वियों के ख़िलाफ़ जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं।
यहां उन तीन भारतीय कप्तानों पर क़रीब से नज़र डाली गई है जिन्होंने लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर टीम को टेस्ट जीत दिलाई है।
3. कपिल देव (1986)
कपिल देव (ट्विटर)
1986 की गर्मियों में, कपिल देव ने भारत को लॉर्ड्स में पहली बार टेस्ट जीत दिलाई, जिसमें उन्होंने 5 विकेट से जीत हासिल की।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड ने ग्राहम गूच के शानदार 114 रनों की बदौलत 294 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत ने मज़बूत जवाब दिया और दिलीप वेंगसरकर के शानदार नाबाद 126 रनों की बदौलत 341 रन बनाए और 47 रनों की अहम बढ़त हासिल की।
कप्तान कपिल देव की अगुवाई में भारतीय गेंदबाज़ों ने चार महत्वपूर्ण विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाज़ी को तहस-नहस कर दिया जबकि दूसरी पारी में उन्हें मात्र 180 रन पर आउट कर दिया।
134 रन के लक्ष्य का पीछा भारत ने पांच विकेट बाकी रहते पूरा कर लिया और यह क्रिकेट के घर में उनकी क्रिकेट विरासत में एक महत्वपूर्ण अध्याय बन गया।
2. महेंद्र सिंह धोनी (2014)
एमएस धोनी (ट्विटर)
साल 2014 में, महेंद्र सिंह धोनी की शांत और सुनियोजित कप्तानी में भारत ने 95 रनों की रोमांचक जीत दर्ज की, जो प्रतिष्ठित लॉर्ड्स मैदान पर उनकी दूसरी जीत थी।
भारत ने अजिंक्य रहाणे के शानदार 103 रनों की बदौलत 295 रनों के स्कोर से पारी की शुरुआत की। इंग्लैंड ने जवाब में 319 रन बनाए, गैरी बैलेंस के 110 रनों की बदौलत मामूली बढ़त हासिल की और भुवनेश्वर कुमार के शानदार छह विकेटों की मदद से चुनौती पेश की।
भारत की दूसरी पारी धैर्य और रणनीतिक बल्लेबाज़ी का नमूना थी, जिसमें मुरली विजय, रवींद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार के उल्लेखनीय अर्धशतकों की बदौलत 342 रन बनाए गए।
इसके बाद ईशांत शर्मा के नाटकीय गेंदबाज़ी प्रदर्शन के लिए मंच तैयार हो गया, जिसके कारण इंग्लैंड की टीम 223 रन पर ढ़ेर हो गई और भारत ने मैच 95 रन से जीत लिया।
1. विराट कोहली (2021)
विराट कोहली (ट्विटर)
विराट कोहली की आक्रामक और दृढ़ कप्तानी में साल 2021 का लॉर्ड्स टेस्ट एक नाटकीय और ज़ोरदार 151 रनों की जीत के साथ समाप्त हुआ, जिसने साहसिक खेल की विशेषता वाले भारतीय क्रिकेट के एक नए युग को उजागर किया।
भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए केएल राहुल के 129 रनों की बदौलत 364 रन बनाए। इंग्लैंड ने जो रूट के नाबाद 180 रनों की बदौलत 391 रन बनाकर मामूली बढ़त हासिल की।
हालाँकि, भारत की दूसरी पारी शानदार रही, खासकर मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह के बीच आखिरी विकेट के लिए हुई साझेदारी के कारण, जिससे इंग्लैंड को 272 रनों का लक्ष्य मिला।
मोहम्मद सिराज ने दूसरी पारी में 32 रन पर 4 विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाज़ी क्रम को ध्वस्त कर दिया और उन्हें 120 रन पर आउट कर दिया।
विराट कोहली के नेतृत्व में हासिल की गई इस जीत का जश्न न केवल उसकी रणनीतिक प्रतिभा के लिए मनाया गया, बल्कि विपरीत परिस्थितियों में दृढ़ता के प्रदर्शन के लिए भी मनाया गया।