टेस्ट क्रिकेट में एक 'आखिरी मौक़े' ने कैसे बनाया रोहित के लिए रन बनाने का शानदार रास्ता? 


रोहित एक्शन में बनाम SA [X] रोहित एक्शन में बनाम SA [X]

अपने करियर के ज़्यादातर समय में ऐसा लगा कि रोहित शर्मा ने उम्मीद से कम प्रदर्शन किया है। अपार प्रतिभा के बावजूद, मुंबई के इस क्रिकेटर ने 2013 में अपनी सफ़ेद गेंद की जगह पक्की कर ली थी लेकिन 2019 तक वह लाल गेंद के नियमित खिलाड़ी नहीं बन पाए।

रोहित ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ लगातार दो शतकों के साथ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी और ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया को मध्यक्रम में मज़बूत बल्लेबाज़ मिल गया है। हालांकि, रन बनाने में निरंतरता की कमी और शुरुआती झटकों को बड़े स्कोर में तब्दील न कर पाने के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।

2019 की दक्षिण अफ़्रीका सीरीज़ ने कैसे रोहित के करियर को बदल दिया

हालांकि, 2019 में दक्षिण अफ़्रीक सीरीज़ ने रोहित के लिए सबकुछ बदल दिया। तत्कालीन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रोहित को टेस्ट क्रिकेट में पहली बार पारी की शुरुआत करने के लिए कहा। भारतीय दिग्गज को पता था कि यह उनके लिए प्रभावित करने का आखिरी मौक़ा था। एक और विफलता का नतीजा टीम से एक और बार बाहर होना होता।

हालांकि, इस बार रोहित ने इस चुनौती को बखूबी निभाया। उन्होंने सीरीज़ की शुरुआत पहली पारी में शानदार 176 रन बनाकर की, जिससे उनकी दूसरी पारी की शुरुआत हुई। दूसरी पारी में उन्होंने एक बार फिर अपनी क्लास दिखाई और एक और शतक जड़ा, जिससे भारत ने आसानी से मैच जीत लिया।

हालांकि दूसरे मैच में वे असफल रहे, लेकिन अपने इस नए आत्मविश्वास के चलते उन्होंने एक और शानदार शतक बनाया, इस बार उन्होंने इसे दोहरे शतक में बदल दिया, जिससे दक्षिण अफ़्रीका एक बार फिर मैच और सीरीज़ हार गया।

यह सीरीज़ उनके करियर का अहम पड़ाव थी, क्योंकि तब से रोहित खेल के सबसे लंबे प्रारूप में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ बन गए हैं। इसके अलावा, अब वह भारत के लिए शीर्ष क्रम में स्थिरता प्रदान करते हैं।


Discover more
Top Stories