बाकी बल्लेबाज़ों के लिए मुश्किल रहा 2018 कैसे बना 'किंग कोहली' के लिए टेस्ट में दबदबे का साल...
कोहली इंग्लैंड के खिलाफ 100 रन बनाने के बाद जश्न मनाते हुए [X]
ईएसपीएनक्रिकइन्फो के मुताबिक़ साल 2018 टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज़ी के लिए सबसे कठिन साल था, जिसमें बल्लेबाज़ी औसत 26.28 रहा, जो साल 1959 के बाद से बल्लेबाज़ों के लिए सबसे कठिन साल रहा।
किंग कोहली का 2018 का वर्चस्व सेंचुरियन के कारनामे के साथ शुरू हुआ
2018 में जब हर बल्लेबाज़ टेस्ट क्रिकेट में नाकाम रहा, तो एक ऐसा खिलाड़ी भी था जो अपनी टीम के लिए 'अकेले योद्धा' के रूप में जाना जाता था। जी हां, हम विराट कोहली की बात कर रहे हैं। यह साल उनके लिए एक बल्लेबाज़ और एक कप्तान के रूप में एक महत्वपूर्ण साल रहा। यह वह साल था जिसने कोहली के अंदर के मज़बूत इरादे को जग ज़ाहिर किया।
उन्होंने 2018 की शुरुआत दक्षिण अफ़्रीका के कठिन दौरे से की। अब याद रखें कि रेनबो नेशन किसी एशियाई बल्लेबाज़ के लिए बल्लेबाज़ी के नज़रिए से सबसे कठिन है। हालांकि, कोहली कोई साधारण इंसान नहीं हैं क्योंकि उन्होंने सेंचुरियन की उछाल भरी सतह पर शतक लगाकर, यकीनन अपनी सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेली। वह अपनी टीम के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे हालांकि उनकी इतनी कोशिशों के बावजूद, भारत 2-1 से सीरीज़ हार गया।
कोहली के करियर का सबसे अहम पल
उनकी अगली बड़ी चुनौती इंग्लैंड का दौरा था। कोहली का 2014 का इंग्लैंड दौरा बेहद खराब रहा था, जहाँ उनका औसत 15 से भी कम था। 4 साल बाद, जब वे बल्लेबाज़ी करने के लिए मैदान पर उतरे तो एजबेस्टन में दर्शकों की ओर से उन्हें ज़ोरदार हूटिंग का सामना करना पड़ा, जबकि इस दौरान भारत मुक़ाबले में संघर्ष कर रहा था। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड की धरती पर सबसे बेहतरीन जवाबी शतकों में से एक बनाया।
विकेट गिरते रहने के बावजूद उन्होंने एक बार फिर डटकर मुक़ाबला किया और शानदार 149 रन बनाए। जब वे आउट होकर मैदान से बाहर जाने लगे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनकी हौसला अफ़ज़ाई की।
सीरीज़ के तीसरे टेस्ट में जब भारत की हालत खराब थी, तब उन्होंने 103 रनों की शानदार पारी खेली और टीम इंडिया को सीरीज़ में वापसी हासिल करने में मदद की।
उनकी इन कोशिशों को ICC की ओर से भी सराहा गया और और वे टेस्ट मैचों में नंबर एक बल्लेबाज़ बन गए। इस दौरान कोहली की रेटिंग 937 थी, जो क्रिकेट इतिहास में किसी भारतीय की सर्वोच्च रेटिंग थी।
ऑस्ट्रेलिया में भी यह शानदार सफ़र जारी रहा और कोहली का एक और बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला। पर्थ की हरी भरी पिच पर कोहली ने अपना 25वां और शायद अपना सबसे बेहतरीन टेस्ट शतक जड़ा। उन्होंने कुछ बेहतरीन शॉट खेले, लेकिन यह काफ़ी नहीं था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने ये मैच आसानी से जीत लिया था।