कैसे साल 2004 में कप्तान द्रविड़ के एक चौंकाने वाले फैसले ने कर दिया था सचिन को नाराज़, जानें पूरी कहानी...
द्रविड़ ने सचिन के साथ 194 पर पारी घोषित की [x]
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच चल रहे टेस्ट मैच में विकेटकीपर बल्लेबाज़ मोहम्मद रिज़वान को दोहरा शतक बनाने का सुनहरा मौक़ नहीं मिला।
जब वह 171 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तब पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने पारी घोषित कर दी, जिससे उन्हें विशाल स्कोर तक पहुंचने का शानदार मौक़ा नहीं मिला। यह एक ऐसा फ़ैसला था जिसकी क्रिकेट पंडितों ने काफी आलोचना की।
जब राहुल द्रविड़ ने सचिन को ऐतिहासिक दोहरा शतक बनाने से रोका
लगभग 20 साल पहले पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत की टेस्ट सीरीज़ के दौरान भी ऐसी ही घटना हुई थी। यह मुल्तान टेस्ट था और नियमित कप्तान सौरव गांगुली चोटिल हो गए थे। ऐसे में उनकी जगह राहुल द्रविड़ ने कप्तानी की ज़िम्मेदारी संभाली थी।
यह वही यादगार मुक़ाबला था जिसमें वीरेंद्र सहवाग ने सक़लैन मुश्ताक़ की गेंद पर छक्का लगाकर अपना पहला तिहरा शतक बनाया था। भारत इस मुक़ाबले पर पूरी तरह से हावी था और तेंदुलकर हमेशा की तरह अपनी बेहतरीन बल्लेबाज़ी कर रहे थे। हालांकि, विवाद तब शुरू हुआ जब वह 194 रन पर पहुंच गए और अपने दोहरे शतक से सिर्फ 6 रन दूर रह गए।
द्रविड़ ने साहसिक फैसला लेते हुए तुरंत पारी घोषित कर दी, जिससे मास्टर ब्लास्टर को ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने का मौक़ा नहीं मिल पाया। टीम इंडिया की पारी 675/5 पर समाप्त हुई।
बाद में द्रविड़ ने बताया कि उन्होंने अचानक पारी घोषित करने का कारण यह बताया कि वे स्टंप से कम से कम एक घंटे पहले पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाना चाहते थे। तेंदुलकर, जो इस कीर्तिमान तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे थे, हैरान दिखे और अपने कप्तान से नाराज़ भी।
हालाँकि, बाद में दोनों ने सब कुछ सुलझा लिया और भारत ने टेस्ट मैच आसानी से जीत लिया था।