18वां फ़र्स्ट क्लास दोहरा शतक जड़ने के साथ ही टॉप पांच दिग्गजों की लिस्ट में जगह बनाई चेतेश्वर पुजारा ने
पुजारा ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ 383 गेंदों में 234 रन बनाए (@mufaddal_vohra/X.com)
चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में छत्तीसगढ़ के ख़िलाफ़ सौराष्ट्र के रणजी ट्रॉफ़ी मैच के दौरान प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना 18वां दोहरा शतक बनाकर भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों में से एक के रूप में अपनी विरासत को मज़बूत किया। इस शानदार उपलब्धि के साथ, पुजारा सर्वाधिक प्रथम श्रेणी दोहरे शतकों की सर्वकालिक सूची में चौथे स्थान पर आ गए।
पिछले 18 महीनों से भारतीय टीम से बाहर रहने के बावजूद, चेतेश्वर पुजारा उस प्रारूप को छोड़ने से इनकार करते हैं जिसने उन्हें पहचान दी। टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद, उनकी लाल गेंद की यात्रा इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में चली गई, इससे पहले कि वह अंततः रणजी ट्रॉफ़ी 2024-25 सीज़न के लिए समय पर भारत लौट आए।
पुजारा का रणजी ट्रॉफ़ी में रनों का अंबार जारी
सौराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच हाल ही में हुए रणजी मैच में पुजारा ने 383 गेंदों पर 234 रनों की पारी खेलकर इतिहास रच दिया। पुजारा की यह शानदार पारी राजकोट में छत्तीसगढ़ के पहली पारी के 578/7 के स्कोर के जवाब में आई।
उन्होंने अपने ख़ास साहसी अंदाज़ में अपना दोहरा शतक पूरा किया, इससे पहले उन्होंने अपना 66वां प्रथम श्रेणी शतक मात्र 197 गेंदों में पूरा किया था। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पुजारा का 18वां दोहरा शतक है, जो उन्हें डॉन ब्रैडमैन, वैली हैमंड और पैट्सी हेंड्रेन के साथ सर्वकालिक सूची में चौथे स्थान पर रखता है।
सर्वाधिक प्रथम श्रेणी दोहरे शतक
- डॉन ब्रैडमैन - 37
- वैली हैमंड - 36
- पैट्सी हेंड्रेन - 22
- चेतेश्वर पुजारा - 18*
- मार्क रामप्रकाश, हर्बर्ट सटक्लिफ़ - 17
इतना ही नहीं, पुजारा अब प्रथम श्रेणी क्रिकेट में किसी भारतीय द्वारा बनाए गए सर्वाधिक दोहरे शतकों का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं। इस उपलब्धि के अलावा, दिग्गज टेस्ट बल्लेबाज़ ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 21,000 रन का आंकड़ा भी पार कर लिया, ऐसा करने वाले वे केवल चौथे भारतीय बन गए। इससे पहले ये कारनामा सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के नाम दर्ज था।
पुजारा ने 66वें प्रथम श्रेणी शतक के साथ ब्रायन लारा को पीछे छोड़ा
सौराष्ट्र-छत्तीसगढ़ रणजी ट्रॉफ़ी मैच के दौरान, पुजारा ने अपना 66वां प्रथम श्रेणी शतक बनाते हुए वेस्टइंडीज़ के दिग्गज ब्रायन लारा को पीछे छोड़ दिया, जिनके नाम 65 प्रथम श्रेणी शतक थे।
बताते चलें कि पुजारा की निरंतरता उन्हें कई अन्य महान भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों की श्रेणी के क़रीब ले आई है। वह राहुल द्रविड़ के 68 प्रथम श्रेणी शतकों की बराबरी करने से सिर्फ़ दो शतक दूर हैं। इस ख़ास सर्वकालिक सूची में सिर्फ़ सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर ही आगे हैं, जिन्होंने 81 शतकों के साथ बराबरी की है।