बांग्लादेश के ख़िलाफ़ अहम शतकीय पारी खेल तेंदुलकर-विराट की ख़ास लिस्ट में टॉप पर पहुंचे गिल
शुबमन गिल और सचिन तेंदुलकर [स्रोत: @ShubmanGill/X.com]
भारतीय सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल ने धैर्य का परिचय देते हुए गुरुवार को बांग्लादेश के ख़िलाफ़ नाबाद 101 रन बनाए और दुबई में ICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी के पहले मैच में भारत को छह विकेट से जीत दिलाई। उप-कप्तान की धैर्यपूर्ण पारी ने लड़खड़ाते मध्यक्रम के बीच मेन इन ब्लू की पारी को संभाला और जीत का रास्ता तय किया।
25 वर्षीय खिलाड़ी ने मात्र 51 पारियों में आठवां एकदिवसीय शतक बनाया, जिससे वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले सबसे तेज़ भारतीय खिलाड़ी बन गए। साथ ही उन्होंने इस ऐतिहासिक सूची में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर सहित कई अन्य दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया।
सबसे तेज़ 8 वनडे शतक बनाने वाले भारतीय
खिलाड़ी | पारी |
---|---|
शुभमन गिल | 51 |
शिखर धवन | 57 |
विराट कोहली | 68 |
गौतम गंभीर | 98 |
सचिन तेंदुलकर | 111 |
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 में पहली जीत दर्ज की
वहीं इस मैच की बात करें तो बांग्लादेश का पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला गलत साबित हुआ, क्योंकि शीर्ष क्रम के ध्वस्त होने के कारण पावरप्ले में उनका स्कोर 35/5 हो गया। अक्षर पटेल (3/44) ने भारत के शुरुआती दबदबे की अगुआई की, इस बीच कप्तान रोहित शर्मा ने अगर रेगुलेशन स्लिप कैच नहीं छोड़ा होता तो अक्षर के नाम हैट्रिक होने वाली थी।
तौहीद हृदोय (102*) और जाकिर अली (68) के बीच 154 रनों की साझेदारी ने बांग्लादेश की पारी को फिर से पटरी पर ला दिया, जिसमें हृदोय ने क्रैम्प्स से जूझते हुए अपना पहला वनडे शतक बनाया। आखिर के ओवरों में मोहम्मद शमी (5/53) ने तौहीद को चलता किया, और पुछल्ले बल्लेबाज़ों को ढ़ेर करके बांग्लादेश को 228 रनों पर रोक दिया।
भारत ने मुश्किलों के साथ लक्ष्य का पीछा किया
भारत ने आक्रामक शुरुआत की, रोहित (36 गेंदों पर 41 रन) और शुभमन गिल ने 50 रनों की साझेदारी की, जिसके बाद तस्कीन अहमद ने बांग्लादेश के लिए मोर्चा संभाला। श्रेयस अय्यर (15) और अक्षर पटेल (8) के कुछ समय तक लड़खड़ाने के बावजूद, गिल ने अपने ट्रेडमार्क धैर्य के साथ पारी को संभाला और केएल राहुल (41*) के साथ मिलकर 87 रनों की अटूट साझेदारी की। गिल के शतक और राहुल की सोची-समझी आक्रामकता ने भारत के लिए आसानी से जीत पक्की कर दी।
भारतीय बल्लेबाज़ी के मुख्य आधार बनें गिल
गिल की 125 गेंदों की पारी ने मुश्किल सतह पर अहम भूमिका निभाई और भारत ने 21 गेंद बाकी रहते 229 रनों का मामूली लक्ष्य हासिल कर लिया। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ के प्रदर्शन के बाद उप-कप्तान का हालिया दबदबा जारी रहा, जिससे भारत की बल्लेबाज़ी के मुख्य आधार के रूप में उनकी भूमिका और भी मज़बूत हुई।