चैंपियन्स ट्रॉफ़ी 2025: AFG vs SA मैच के लिए नेशनल स्टेडियम कराची की मौसम और पिच रिपोर्ट
नेशनल स्टेडियम कराची [स्रोत: @Rnawaz31888/x.com]
चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के अपने पहले मैच में अफ़ग़ानिस्तान और दक्षिण अफ़्रीका आज आमने-सामने होंगे। यह टूर्नामेंट का तीसरा मैच होगा, जो गुरुवार 20 फरवरी को कराची के नेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा।
पहली बार चैंपियंस ट्रॉफ़ी में खेल रही अफ़ग़ानिस्तान की टीम एक मज़बूत शुरुआत करने के लिए उत्सुक होगी। इस बीच, तेम्बा बावूमा की अगुआई वाली दक्षिण अफ़्रीका, पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ त्रिकोणीय सीरीज़ हारने के बाद टूर्नामेंट में उतर रही है। प्रोटियाज़ ICC ट्रॉफ़ी जीतने के अपने लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को ख़त्म करके अपने अभियान की शानदार शुरुआत करना चाहेंगे।
मैच से पहले आइए मौसम और पिच की स्थिति पर एक नज़र डालते हैं।
नेशनल स्टेडियम कराची का आज का मौसम
नेशनल स्टेडियम कराची मौसम [स्रोत: Accuweather.com]
जानकारी | विवरण |
---|---|
तापमान | 31° |
हवा की गति | ENE 11 किमी/घंटा |
वर्षा एवं तूफान की संभावना | 1% और 0% |
बादल | 89% |
कराची में मौसम गर्म रहने की उम्मीद है, तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। सुबह कुछ बादलों के साथ धूप खिली रहेगी, जबकि दोपहर में ज़्यादातर बादल छाए रहने की संभावना है। कुल मिलाकर, मौसम क्रिकेट के लिए अच्छा लग रहा है, बारिश के कारण मैच प्रभावित होने की बहुत कम संभावना है।
नेशनल स्टेडियम कराची पिच आंकड़े
मापदंड | डेटा |
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खेले गए मैच | 79 |
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए जीते गए मैच | 37 |
लक्ष्य का पीछा करते जीते गए मैच | 39 |
पहली पारी का औसत स्कोर | 240 |
दूसरी पारी का औसत स्कोर | 205 |
क्या नेशनल स्टेडियम कराची की पिच बल्लेबाज़ी या गेंदबाज़ी के अनुकूल है?
कराची के नेशनल स्टेडियम की पिच आम तौर पर बल्लेबाज़ी के अनुकूल होती है, ख़ाकर खेल के शुरुआती दौर में। हालाँकि, जैसे-जैसे गेंद पुरानी होती जाती है, सतह धीमी होती जाती है, जिससे स्ट्रोक खेलना ज़्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच हाल ही में खेले गए मैच में पिच की सुस्त प्रकृति के कारण बल्लेबाज़ों को दूसरी पारी में संघर्ष करना पड़ा, जिसमें स्पिनरों की अहम भूमिका रही। हालांकि ओस की मौजूदगी से बल्लेबाज़ी आसान हो सकती है, लेकिन टूर्नामेंट के पहले मैच में बहुत कम या बिलकुल भी ओस नहीं थी, जिससे पिच और भी धीमी हो गई और रन बनाना मुश्किल हो गया।