'कोई घरेलू क्रिकेट...'- न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भारत की 0-3 से हार के बाद इरफ़ान पठान का विराट-रोहित पर तीखा हमला
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज हार के बाद इरफान पठान ने विराट कोहली और रोहित को जमकर खरी-खोटी सुनाई [स्रोत: @mufaddal_vohra,@ImTanujSingh, X.com]
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 3 मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज़ में भारत की हार के बाद पूर्व क्रिकेटर इरफ़ान पठान ने घरेलू क्रिकेट के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया। पठान ने विराट कोहली और रोहित शर्मा पर घरेलू टूर्नामेंटों में न खेलने के लिए निशाना साधा, जिसकी वजह से शायद टेस्ट सीरीज़ में उनकी हार हुई।
न्यूज़ीलैंड ने भारत में सीरीज़ स्वीप जीत दर्ज की, एक ऐसी उपलब्धि जो टेस्ट प्रारूप के इतिहास में कोई भी टीम हासिल नहीं कर पाई। बेंगलुरु और पुणे में पहले दो टेस्ट में दबदबा बनाने के बाद, मेहमान टीम ने मुंबई में अंतिम टेस्ट में हार के मुंह से जीत छीनने के लिए मेज़बान टीम को चौंका दिया। कीवी स्पिनरों ने 147 रनों का बचाव करते हुए 25 रनों की जीत हासिल की , जिसमें एजाज़ पटेल ने दो पांच विकेट लिए।
इरफ़ान पठान ने विराट और रोहित पर किया कटाक्ष
ऐसा कहा जा रहा है कि, अपमानजनक टेस्ट सीरीज़ की दो सबसे बड़ी निराशाएँ सीनियर रोहित शर्मा और विराट कोहली थे। एक-एक 50 रन को छोड़कर, दोनों ने हर बार सबसे खराब स्थिति में अपने महत्वपूर्ण विकेट गंवाए और न्यूज़ीलैंड को आगे निकलने का मौक़ा दिया। इस बीच, एक ट्वीट में, इरफ़ान ने रोहित और विराट की तैयारी और मैच अभ्यास की कमी पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष किया।
उन्होंने बताया कि कैसे उनके बड़े भाई यूसुफ़ पठान ने घरेलू ढ़ांचे की समीक्षा की और कई ख़ामियाँ पाईं। इरफ़ान ने सबसे पहले घरेलू टूर्नामेंटों में रैंक टर्नर की कमी पर प्रकाश डाला। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि घरेलू माहौल से सीनियर खिलाड़ी गायब हैं, जिसका लंबे समय में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
हालांकि इरफ़ान ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन इसके ज़रिए साफ़ तौर पर विराट और रोहित पर निशाना साधा गया क्योंकि दोनों ने बांग्लादेश सीरीज़ से पहले दिलीप ट्रॉफ़ी छोड़ने का फ़ैसला किया था। स्थानीय टूर्नामेंट को महत्व न देने से शायद टर्निंग पिचों पर उनकी तैयारी की कमी उजागर हुई।
रोहित ने अपनी कमियों की समीक्षा करने का वादा किया
मुंबई में सीरीज़ गंवाने के बाद भारतीय कप्तान रोहित ने अपनी बल्लेबाज़ी तकनीक में खामियां स्वीकार कीं। हालांकि उन्होंने अपने डिफेंस पर भरोसा नहीं खोया है, लेकिन कप्तान ने स्पिन के ख़िलाफ़ अपनी तकनीक के कुछ पहलुओं में सुधार की ज़रूरत को स्वीकार किया। इतना ही नहीं, रोहित ने सीरीज़ हार की पूरी ज़िम्मेदारी ली और क़ुबूल किया कि एक कप्तान के तौर पर यह उनके करियर का सबसे निचला बिंदु है।