वानखेड़े में अपनी खुद की कब्र खोदने की तैयारी में टीम इंडिया! न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ आखिरी टेस्ट के लिए भारत ने की टर्निंग ट्रैक की मांग
पुणे में सेंटनर ने टर्निंग पिच पर जमकर रन बनाए [स्रोत: पीटीआई]
ऐसा लगता है कि टीम इंडिया ने अपनी पिछली ग़लतियों से सबक नहीं लिया है और एक बार फिर वानखेड़े स्टेडियम में अपनी कब्र खोदने की कोशिश कर रही है, जो न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीसरे टेस्ट का स्थल है। पहले ऐसी ख़बरें थीं कि सीरीज़ के आखिरी मैच के लिए एक स्पोर्टिंग विकेट तैयार किया जाएगा, हालांकि, अब सब कुछ बदल गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक़, भारतीय टीम ने पुणे की तरह ही एक टर्नर पिच की मांग की है, क्योंकि वे न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ में सांत्वना जीत की उम्मीद कर रहे हैं। भारतीय टीम ने पुणे में भी स्पिन के अनुकूल पिच की मांग की थी, लेकिन यह फैसला उल्टा पड़ गया और घरेलू टीम को हार का सामना करना पड़ा, वो भी बेहद आसानी के साथ।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़ भारतीय टीम वानखेड़े की पिच की प्रकृति से खुश नहीं थी और उन्होंने क्यूरेटर से स्पिनरों की मदद के लिए स्पिन के अनुकूल डेक तैयार करने का आग्रह किया है। यह निर्णय काफी हैरान करने वाला है, क्योंकि पुणे में घरेलू टीम कीवी स्पिनरों के सामने बुरी तरह से हार गई थी।
मिचेल सेंटनर ने पुणे टेस्ट में 13 विकेट चटकाए और न्यूज़ीलैंड को भारत में पहली बार टेस्ट सीरीज़ जिताने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, क्योंकि भारतीय बल्लेबाज़ उन्हें समझने में नाकाम रहें और दबाव में आकर सीरीज़ हार गए।
इंडियन एक्सप्रेस ने एक सूत्र के हवाले से बताया, "यह पूरी तरह से टर्नर पिच होगी। टीम प्रबंधन ने ऐसी पिच तैयार करने का अनुरोध किया है जो पहले दिन से ही स्पिनरों को मदद कर सके। ऐसा लगता है कि टीम आज़माए हुए फॉर्मूले पर ही चलना चाहती है।"
वानखेड़े टेस्ट भारत की WTC फाइनल यात्रा के लिए अहम
भारत को WTC फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए बचे हुए 6 टेस्ट मैचों में से 4 जीतने की ज़रूरत है। हालाँकि, 6 टेस्ट मैचों में से भारत 5 टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उसी की धरती पर खेलेगा, जिससे उसका काम और भी मुश्किल हो जाएगा।
इसलिए, आगामी चुनौतीपूर्ण ऑस्ट्रेलियाई दौरे को देखते हुए भारत वानखेड़े टेस्ट जीतने की कोशिश करेगा, ताकि उसे ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ केवल 3 मुक़ाबले जीतने हों।