लंबे वक़्त तक फॉर्म से जूझने के बाद आए शतक को लेकर स्मृति मंधाना ने कही ये ख़ास बात
स्मृति मंधाना ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक बनाया [स्रोत: @जयशाह/एक्स]
स्मृति मंधाना ने अपने खराब फॉर्म से उबरते हुए अहमदाबाद में न्यूज़ीलैंड महिला टीम के ख़िलाफ़ तीसरे वनडे में शतक जड़ा। मंधाना ने भारत के लिए जीत की लय तय की और याद किया कि कैसे लगातार असफलताओं के कारण उन्होंने तीसरे मैच में गलतियों से बचने के लिए खुद पर बहुत मेहनत की।
भारतीय महिला टीम को 2024 महिला टी20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन करने वाली सीनियर खिलाड़ियों की वजह से असफलता का सामना करना पड़ा, जिसमें स्मृति भी शामिल हैं। न्यूज़ीलैंड महिला टीम के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में भी उनकी असफलता जारी रही, जहां पहले दो मैचों में वह पांच रन और दो गेंदों पर शून्य पर आउट हो गईं।
मंधाना की अगुआई में भारतीय महिला टीम ने सीरीज़ जीती
दबाव बढ़ने के साथ ही स्मृति ने तीसरे वनडे में 122 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 100 रन की शानदार पारी खेली। कीवी टीम की ओर से मिले 233 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय महिला टीम का स्कोर एक वक़्त 16/1 था, जिसके बाद स्मृति ने अपनी संयमित पारी से टीम को संभाला।
भारत की छह विकेट की जीत के बाद मंधाना ने राहत की सांस ली कि लंबे समय तक खराब प्रदर्शन के बाद आखिरकार वह अपना योगदान दे पाईं। उन्होंने माना कि पिछले डेढ़ महीने मुश्किल भरे रहे, लेकिन उन्होंने प्रक्रिया पर भरोसा किया और खुद पर अतिरिक्त मेहनत की।
उन्होंने कहा, "इस टीम के लिए डेढ़ महीने काफ़ी मुश्किल रहे हैं। पहले दो गेम मेरे हिसाब से नहीं रहे, इसलिए मैं बहुत खुश हूं कि आज मैं स्कोर कर पाई। यह मेरे शॉट्स को नियंत्रित करने के बारे में था, आप हर दिन एक ही तरह से बल्लेबाज़ी नहीं करते। आप कुछ दिनों में सर्वश्रेष्ठ स्थिति में होते हैं और कुछ दिनों में नहीं। मुझे शुरुआत में खुद पर थोड़ा सख्त होना पड़ा और खेल शुरू करने से पहले पहले 10 ओवरों का इंतज़ार करना पड़ा। मेरे लिए, जो काम करता है वह कठिन तरीका है।"
मंधाना ने कहा कि उनका नज़रिया हमेशा टीम के प्रति समर्पित रहता है। हाल ही में उन्होंने जल्दी आउट होकर टीम को निराश किया। लेकिन तीसरे वनडे में उन्हें वापसी का मौक़ा मिला और वह इसे भुनाने में खुश हैं।
"पहले टीम के लिए यह करना ज़रूरी है। जल्दी आउट होने का मतलब है कि मैंने टीम को निराश किया है और यह सोच मुझे अच्छी नींद नहीं लेने देती। एक क्रिकेटर के तौर पर आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है, आपको अपनी दिनचर्या को एक जैसा रखना होगा।"
स्मृति ने मिताली को पछाड़ा
न्यूज़ीलैंड महिला टीम के ख़िलाफ़ तीसरे वनडे में लगाया गया शतक स्मृति के वनडे करियर का 8वां शतक था। इसके साथ ही वह मिताली को पीछे छोड़कर भारत की महिला टीम के लिए वनडे इतिहास में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाली खिलाड़ी बन गईं। दोनों खिलाड़ी पहले 7-7 शतक लगाकर इस रिकॉर्ड के लिए बराबरी पर थीं। इस लिस्ट में हरमनप्रीत कौर छह शतकों के साथ तीसरे नंबर पर हैं और पूनम राउत तीन शतकों के साथ दूसरे पायदान पर हैं।