बेंगलुरु भगदड़ मामला: RCB स्टाफ-कार्यक्रम आयोजकों का कराया गया मेडिकल टेस्ट
आईपीएल 2025 में जीत के बाद आरसीबी फ्रेंचाइजी (स्रोत: एपी)
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) और उनके लाखों प्रशंसकों की खुशी अराजकता और त्रासदी के दृश्य में बदल गई, जब 4 जून को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई। यह घटना RCB की पहली IPL ख़िताब जीत के सार्वजनिक जश्न के दौरान हुई।
RCB और इवेंट मैनेजमेंट अधिकारियों को मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया गया
कई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को जीत का जश्न मनाने के लिए स्टेडियम के पास लगभग तीन लाख से ज़्यादा लोग जमा हुए थे। स्थिति तब नियंत्रण से बाहर हो गई जब बड़ी संख्या में लोगों ने स्टेडियम में घुसने की कोशिश की, जिसके चलते भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
कर्नाटक पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए RCB फ्रेंचाइज़ी और समारोह के आयोजन में शामिल इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स से जुड़े अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में DNA एंटरटेनमेंट के सुमंत, किरण कुमार और सुनील मैथ्यू के साथ-साथ RCB के सहयोगी स्टाफ के सदस्य निखिल भी शामिल हैं। हिरासत में लिए जाने के बाद शुक्रवार (6 जून) को चारों को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया।
KSCA और RCB फ्रेंचाइज़ी के ख़िलाफ़ FIR दर्ज
इस मामले में KSCA, RCB फ्रेंचाइज़ी और इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी समेत कई पक्षों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई है। जवाब में KSCA ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की है। KSCA अध्यक्ष रघुराम भट, सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने समारोह के आयोजन में किसी भी प्रत्यक्ष भूमिका से साफ़ इनकार किया है।
उन्होंने तर्क दिया कि KSCA ने केवल आयोजन स्थल उपलब्ध कराया था जबकि स्टेडियम के बाहर भीड़ की व्यवस्था पर उनका कोई नियंत्रण नहीं था।
यह बताना महत्वपूर्ण है कि हालांकि RCB की ख़िताबी जीत IPL में एक मील का पत्थर बनी हुई है, लेकिन इसके बाद हुई दुखद घटनाओं ने जश्न पर एक बड़ा धब्बा लगा दिया है।