'उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा...'- राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद शाकिब के सुरक्षित बांग्लादेश लौटने का BCB ने जताया भरोसा
शाकिब अल हसन के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने की संभावना (पीटीआई)
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को विश्वास है कि मौजूदा राजनीतिक तनाव के बावजूद शाकिब अल हसन अगले महीने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ होने वाली टेस्ट सीरीज़ के लिए बांग्लादेश लौट आएंगे।
प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के इस्तीफे़ और अवामी लीग सरकार के पतन के बाद शाकिब की यह पहली बार देश में वापसी होगी। बताते चलें कि शाकिब इस सरकार का हिस्सा थे।
पिछले महीने ढ़ाका में दर्ज एक हत्या के मामले में अनुभवी ऑलराउंडर का नाम 147 लोगों में शामिल था। इससे पहले सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद शेख़ हसीना को इस्तीफ़ा देना पड़ा था। राजनीतिक उथल-पुथल के समय, शाकिब बांग्लादेश में नहीं थे क्योंकि वह कनाडा में ग्लोबल टी20 लीग में खेल रहे थे और बाद में विभिन्न क्रिकेट प्रतिबद्धताओं के लिए पाकिस्तान और भारत की यात्रा की।
बांग्लादेश लौटने के बाद शाकिब को परेशान नहीं किया जाएगा
अंतरिम सरकार ने आश्वासन दिया है कि शाकिब के ख़िलाफ मामला दर्ज होने के बावजूद उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया जाएगा। बांग्लादेश के विधि सलाहकार आसिफ़ नज़रुल ने उम्मीद जताई कि कानून और प्रवर्तन एजेंसियाँ संयम बरतेंगी।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार नफीस ने कहा, "मुझे लगता है कि माननीय मुख्य सलाहकार, कानून सलाहकार और खेल सलाहकार ने शाकिब अल हसन के बारे में बहुत स्पष्ट रूप से बात की है। बांग्लादेश सरकार की ओर से स्पष्ट संदेश है कि दर्ज किए गए मामलों में किसी को भी अनुचित तरीके से परेशान नहीं किया जाएगा। हमारा मानना है कि अंतरिम सरकार ने शाकिब पर अपनी स्थिति बहुत स्पष्ट कर दी है। जब तक कोई चोट की समस्या या चयन से संबंधित मुद्दा नहीं होता, मुझे व्यक्तिगत रूप से अभी तक कोई कारण नहीं दिखता कि शाकिब अल हसन को बांग्लादेश में घरेलू श्रृंखला में क्यों नहीं खेलना चाहिए।"
बीसीबी अधिकारियों ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि जब तक कोई चोट या चयन संबंधी समस्या नहीं होती, तब तक उनके दक्षिण अफ़्रीका सीरीज़ के लिए उपलब्ध रहने की उम्मीद है।
विवाद के बावजूद, वह बांग्लादेश क्रिकेट में एक अहम व्यक्ति बने हुए हैं। दक्षिण अफ़्रीका सीरीज़ के लिए उनकी उपलब्धता का बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है, क्योंकि उनकी उपस्थिति टीम के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण होगी। हालांकि, बांग्लादेश में राजनीतिक परिदृश्य अभी भी अनिश्चित है। यह देखना बाकी है कि कानूनी और राजनीतिक चुनौतियों का उनकी वापसी पर कोई असर पड़ेगा या नहीं।