बासित अली ने की पाकिस्तान के फ्लॉप शो के लिए रिज़वान एंड कंपनी की कड़ी आलोचना
बासित अली ने पाकिस्तान पर किया कटाक्ष (स्रोत:@babarazam258,x.com)
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने हैमिल्टन में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दूसरे वनडे में मेन इन ग्रीन की करारी हार के बाद अपनी गहरी निराशा व्यक्त की है। पूर्व क्रिकेटर हाल के महीनों में पाकिस्तान के ख़राब प्रदर्शन के मुखर आलोचक रहे हैं, और इस बार भी उन्होंने अपनी आलोचना में कोई कमी नहीं छोड़ी।
बासित अली ने ख़राब प्रदर्शन के लिए पाकिस्तान की आलोचना की
T20 सीरीज में 4-1 से हार झेलने के बाद पाकिस्तान की टीम 50 ओवर के प्रारूप में भी संघर्ष करती रही। दूसरे वनडे में सम्मान बचाने का आखिरी मौका मिलने के बावजूद टीम एक बार फिर दबाव का सामना करने में विफल रही।
मैच में न्यूज़ीलैंड के मिचेल हे ने पहली पारी में प्रभावशाली भूमिका निभाई, जबकि बेन सीयर्स ने शानदार पांच विकेट लिए। पूरी सीरीज़ में असंगत प्रदर्शन करने वाली मेन इन ग्रीन की बल्लेबाज़ी लाइन-अप दबाव में बिखर गई।
बासित ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "पाकिस्तानी टीम ने हमें धोखा दिया है। मुझे नहीं पता कि हम किस दौर की क्रिकेट खेल रहे हैं। मिचेल के आउट होने के बाद पाकिस्तान ने मजबूत वापसी की, लेकिन ख़राब कप्तानी की। यह पाकिस्तानी टीम नहीं है, मैं बस इतना ही कह सकता हूं।"
उन्होंने कहा, "तैयब ताहिर को छोड़कर ब्रैडमैन पहले से लेकर छठे नंबर तक सिंगल डिजिट में थे। मुझे लगता है कि तीसरा मैच खेलने के बजाय पाकिस्तान को कहना चाहिए, 'तुम जीत गए, तो चलो अपने घर वापस चलते हैं; हमें घर की याद आ रही है।' यह न्यूज़ीलैंड की सी टीम है। मुझे आश्चर्य है कि नसीम शाह नहीं खेले। पाकिस्तान को 200 से अधिक रन नहीं बनाने चाहिए थे; हमें 140 पर ही ढेर हो जाना चाहिए था।"
बासित अली ने मोहम्मद रिज़वान की कप्तानी की कड़ी आलोचना की। उन्होंने टीम की समग्र रणनीति और टीम के भीतर आपसी तालमेल की कमी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पाकिस्तान के शीर्ष क्रम के निराशाजनक प्रदर्शन की ओर इशारा करते हुए निराशा भी जताई। बाबर आज़म, अब्दुल्ला शफ़ीक़ और रिज़वान जैसे खिलाड़ी तब अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए जब इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, जिससे टीम निराशाजनक स्थिति में पहुंच गई।
शनिवार को बे ओवल में होने वाले अंतिम एकदिवसीय मैच को देखते हुए पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर किसी न किसी रूप में वापसी करने का दबाव बढ़ रहा है।