"नहीं खेलना चाहिए..."- द्विपक्षीय सीरीज़ पर रोक के बीच भारत-पाक एशिया कप मुक़ाबले को लेकर बोले अज़हरुद्दीन
अज़हरुद्दीन ने बीसीसीआई और एसीसी के कदम की आलोचना की [स्रोत: @pankhuriverma/X.com]
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने राजनीतिक तनाव के कारण द्विपक्षीय क्रिकेट स्थगित रहने के बावजूद एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच के तर्क को चुनौती देकर बहस छेड़ दी है। अज़हरुद्दीन ने निरंतरता की माँग करते हुए तर्क दिया कि अगर टीमें एक-दूसरे के साथ अलग-अलग सीरीज़ खेलने से इनकार करती हैं, तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में नहीं खेलना चाहिए।
दोनों चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमें 14 सितंबर को ACC द्वारा आयोजित एशिया कप 2025 में भिड़ेंगी। अज़हर की टिप्पणी कूटनीतिक वास्तविकताओं और पड़ोसियों से जुड़े बहु-राष्ट्र टूर्नामेंट मुक़ाबलों के बीच लंबे समय से चली आ रही विसंगति को उजागर करती है।
अज़हर का मुक़ाबलों पर "सब कुछ या कुछ भी नहीं" का रुख़
पूर्व कप्तान ने बिना किसी संकोच के कहा कि क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियां निरंतर होनी चाहिए, चयनात्मक नहीं।
ANI को दिए एक इंटरव्यू में अज़हरुद्दीन ने कहा , "मैं हमेशा कहता हूँ कि सब कुछ होना चाहिए, वरना अगर नहीं होता है, तो बिल्कुल नहीं होना चाहिए। अगर आप द्विपक्षीय मैच नहीं खेल रहे हैं, तो आपको अंतरराष्ट्रीय मैच भी नहीं खेलने चाहिए - यही मेरा मानना है।"
उनकी टिप्पणी सीधे तौर पर उस यथास्थिति पर सवाल उठाती है, जहां भारत और पाकिस्तान केवल ICC या ACC प्रतियोगिताओं में ही भिड़ते हैं। बताते चलें कि 2012-13 के बाद से दोनों देशों ने कोई द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं खेली है।
अज़हर ने WCL और एशिया कप पर बात कही
अजहरुद्दीन ने यह भी साफ़ किया कि हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मुक़ाबले से भारतीय चैंपियंस टीम का हटना ACC द्वारा मान्यता प्राप्त क्रिकेट से संबंधित नहीं है।
उन्होंने कहा, "यह बोर्ड और सरकार का मामला है। दिग्गजों की लीग आधिकारिक नहीं है, इसे ICC से मान्यता नहीं मिली है। यह निजी तौर पर आयोजित की जाती है। लेकिन एशिया कप एक ऐसा टूर्नामेंट है जिसका संचालन ACC करता है।"
अज़हरुद्दीन का मतलब था कि आधिकारिक ACC/ICC कार्यक्रम निजी लीगों की तुलना में अलग प्रोटोकॉल के तहत संचालित होते हैं, लेकिन चयनात्मक भागीदारी का सिद्धांत विरोधाभासी बना हुआ है।
अज़हर ही नहीं, बल्कि कई भारतीय प्रशंसकों ने भी BCCI के इस कदम की आलोचना की और X पर ट्रोल करने के साथ-साथ #BoycottAsiaCup हैशटैग भी चलाए। ग़ौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित होने वाले एशिया कप 2025 में दो ग्रुप में 8 टीमें हिस्सा लेंगी। शीर्ष टीमें सुपर 4 में प्रवेश करेंगी, जिसका फाइनल ग्रुप-स्टेज मुक़ाबलों के बाद 28 सितंबर को होगा।