बुमराह से सीख लेकर मौजूदा तेज़ गेंदबाज़ों को ये खास काम करने की सलाह दी ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने


जसप्रीत बुमराह विश्व कप 2023 में भारत के लिए खेलेंगे (X.com) जसप्रीत बुमराह विश्व कप 2023 में भारत के लिए खेलेंगे (X.com)

पूर्व आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने मौजूदा तेज गेंदबाजों के बीच घटती यॉर्कर गेंदबाजी की कला पर चिंता जताई। इस मामले में ली ने केवल भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ़ करते हुए उन्हें कंप्लीट गेंदबाज़ बताया।

ली ने लीजेंड्स इंटरकॉन्टिनेंटल टी-20 लीग के शुभारंभ पर बोलते हुए कहा कि तेज गेंदबाजों को यॉर्कर में बेहतरी हासिल करने की जरूरत है।

ब्रेट ली ने तेज गेंदबाजों को बुमराह से सीख लेने की सलाह दी

ली के अनुसार, जसप्रीत बुमराह मौजूदा दौर के गेंदबाज़ों से कहीं बेहतर हैं। वे लगातार ऐसी यॉर्कर फेंकते हैं जो बल्लेबाज़ों को रन बनाने में परेशान करती है। इन गेंदों का इस्तेमाल करते हुए बुमराह विकेट चटकाते हैं।

ली ने कहा, "बुमराह इस समय विश्व क्रिकेट के सबसे संपूर्ण गेंदबाजों में से एक हैं। वह बिना रन दिए विकेट लेने वाली गेंदें फेंक सकते हैं, उनका सबसे घातक हथियार उनकी टो-क्रशिंग यॉर्कर है, जिसे वह अक्सर डेथ ओवरों में बेहतरीन तरीके से अंजाम देते हैं। "

आस्ट्रेलियाई दिग्गज ने अफसोस जताया कि अन्य तेज गेंदबाज इस मामले में पीछे रह गए हैं।

दिग्गज गेंदबाज ने आगे कहा , "आम तौर पर देखा जाए तो बुमराह के अलावा हमने हाल ही में ज़्यादा तेज़ गेंदबाज़ों को यॉर्कर करते नहीं देखा है। मैं तेज़ गेंदबाज़ों को ज़्यादा यॉर्कर करते देखना चाहता हूँ। मुझे अभी भी नहीं लगता कि वे डेथ ओवरों में ज़्यादा यॉर्कर करते हैं।"



हाल के IPL एडीशन पर अपनी राय रखते हुए, जहां बड़े स्कोर वाले मैच बेहद आम हो गए थे, ब्रेट ली ने तर्क दिया कि यॉर्कर फेंकने पर अधिक जोर देने से बल्लेबाजों के हमले को रोका जा सकता था।

ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने आगे बताया, "यदि आप इंडियन प्रीमियर लीग के 17 सालों पर नजर डालें तो पाएंगे कि औसतन एक यॉर्कर पर 100 से कम की स्ट्राइक रेट होती है, जो बताता है कि हर गेंदबाज की ओर से इस गेंद पर एक या उससे कम रन दिया जाता है।"

ली ने यॉर्कर गेंदबाजी को बढ़ावा देने के लिए सही फील्डिंग सेट करने की अहमियत पर भी ज़ोर दिया।

ली ने कहा, "अब, जब आप यॉर्कर फेंकते हैं और आपके पास ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो नीचे जाकर अपने सिर के ऊपर से गेंद को स्कूप कर सकते हैं, तो गेंदबाज के तौर पर यह आप पर दबाव डालता है। आपको सही फील्डिंग लगानी होती है और दो खिलाड़ियों को पीछे रखना होता है। "

टी20 क्रिकेट के विकास के साथ ही बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बल्लेबाजों के पक्ष में हो गया है। ऐसे में ली ने कई पूर्व खिलाड़ियों की बातों को ही दोहराते हुए खेल में बैलेंस बनाए रखने की मांग की।


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