विराट कोहली नहीं, अश्विन ने भारत की वाइट बॉल की बल्लेबाजी क्रांति का रोहित शर्मा को दिया श्रेय
रविचंद्रन अश्विन [Source: @internetumpire, @BCCI/x.com]
रविचंद्रन अश्विन हमेशा से ही सीधे निशानेबाज रहे हैं और इस बार, वह रोहित शर्मा के प्रभाव को उस तरह से पेश कर रहे हैं, जैसा कि बहुत कम लोग कर पाते हैं। भारत ने भले ही अपनी तीसरी चैंपियंस ट्रॉफी जीती हो, लेकिन अश्विन के अनुसार, रोहित का सबसे बड़ा योगदान सिर्फ़ रजत पदक जीतना नहीं है, बल्कि यह है कि उन्होंने भारत की वाइट बॉल की बल्लेबाज़ी के नियमों को कैसे फिर से लिखा है।
रविचंद्रन अश्विन ने बताया क्यों रोहित शर्मा हैं भारत के व्हाइट-बॉल क्रिकेट के आर्किटेक्ट
भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के अभियान में रोहित शर्मा की छाप थी। कप्तान ने एक बार फिर फ़ाइनल में 83 गेंदों पर 76 रनों की पारी खेली और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मैच में जीत की लय कायम की। केएल राहुल ने नाबाद 34 रनों की पारी खेली, लेकिन रोहित के आक्रामक इरादे ने भारत को जीत की ओर अग्रसर किया।
रविचंद्रन अश्विन ने अपने हिंदी यूट्यूब चैनल "ऐश की बात" पर इसका ब्यौरा दिया:
"न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ रोहित ने एक संतुलित पारी खेली। यह अहमदाबाद जैसी नहीं थी। जिस तरह से उन्होंने नाथन स्मिथ पर हमला किया। उन्होंने उन्हें कभी खेल में वापस नहीं आने दिया। उनका इरादा बहुत अच्छा था।"
अश्विन यहीं नहीं रुके। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के सबसे बुरे दौर में से एक की चर्चा की: 2022 T20 विश्व कप सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड से हार। उस मैच ने जख्म तो छोड़े लेकिन रोहित शर्मा ने खुद ही जख्म भरने की कोशिश की।
अश्विन ने बताया, "इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 2022 T20 विश्व कप सेमीफ़ाइनल में हार के बाद से उन्होंने उदाहरण पेश किया है। अगर कोई कप्तान मैदान पर अपना विकेट जोखिम में डालने को तैयार है, तो खिलाड़ी जानते हैं कि उन्हें कैसे खेलना है।"
यह सिर्फ़ आक्रामक क्रिकेट के बारे में नहीं है। यह टीम को व्यक्तिगत उपलब्धियों, औसत से ऊपर, व्यक्तिगत गौरव से ऊपर रखने के बारे में है। रोहित ने यही क्रांति पैदा की है।
न केवल ट्रॉफी कलेक्टर, बल्कि एक गेम चेंजर
हां, रोहित शर्मा के पास ट्रॉफियां हैं: मुंबई इंडियंस के साथ पांच IPL खिताब, भारत के साथ दो लगातार ICC ट्रॉफियां, लेकिन अश्विन का कहना है कि यह उनकी असली विरासत नहीं है।
अश्विन ने कहा, "रोहित शर्मा ने भारतीय सीमित ओवरों की क्रिकेट में बल्लेबाज़ी की दिशा बदल दी है। यही उनकी सबसे बड़ी विरासत है।"
अश्विन के अनुसार, सालों तक भारतीय वाइट बॉल क्रिकेट में शीर्ष तीन खिलाड़ियों के बड़े रन बनाने, अपराजित रहने और औसत बढ़ाने के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा। यह मानसिकता जूनियर स्तर तक भी पहुँच गई: नॉट आउट रहो, आँकड़े बढ़ाओ, ध्यान आकर्षित करो।
अश्विन ने कहा , "रोहित शर्मा ने जिस तरह से खेला है, उससे उन्होंने कप्तान के तौर पर मानसिकता बदल दी है और अपने खिलाड़ियों से भी इसी तरह खेलने को कह रहे हैं। भगवान उनके साथ रहें, वह भारतीय टीम के लिए एक सुपरस्टार रहे हैं।"