कोहली-रोहित के संन्यास से परेशान नहीं गांगुली, भारतीय टेस्ट टीम के नए युग का समर्थन किया
रोहित शर्मा-विराट कोहली के संन्यास पर सौरव गांगुली की राय [स्रोत: @ShubhamJatalNcp, @rizvitaus, @PTI_News/X.com]
भारत के दो सबसे बड़े क्रिकेट सितारों विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास को लेकर पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने बड़ा बयान दिया है। जहां प्रशंसक इस बात को लेकर चिंतित थे कि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ चल रही टेस्ट सीरीज़ में उनके बिना भारत कैसा प्रदर्शन करेगा, वहीं गांगुली ने कहा कि उन्हें इस बात की बिल्कुल भी चिंता नहीं है।
भारत के इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले दो सीनियर खिलाड़ियों रोहित और कोहली ने अचानक टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी। इसके बाद BCCI ने 25 वर्षीय शुभमन गिल को कप्तानी सौंप दी, जिससे भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हुई।
गांगुली को भरोसा, कोहली-रोहित की कमी को युवा खिलाड़ी भरेंगे
रोहित शर्मा और विराट कोहली द्वारा छोड़े गए बड़े अंतर के बावजूद, पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि युवा खिलाड़ी टेस्ट टीम को आगे ले जा सकते हैं। PTI से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें सीनियर खिलाड़ियों के पीछे हटने की चिंता नहीं है, क्योंकि नई पीढ़ी कमान संभालने के लिए तैयार है।
गांगुली ने कहा, "मैं (विराट और रोहित के संन्यास के बाद) बिल्कुल भी चिंतित नहीं था। विराट एक स्तरीय खिलाड़ी हैं, उनका विकल्प ढूंढने में समय लगेगा। लेकिन बाकी के बारे में मुझे आश्चर्य नहीं हुआ।"
आधुनिक भारतीय क्रिकेट को आकार देने में अहम भूमिका निभाने वाले गांगुली का मानना है कि देश में ऐसे बदलावों से निपटने के लिए एक मज़बूत व्यवस्था है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट की मजबूती, प्रतिभा विकास और IPL जैसी लीग के माध्यम से गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों के उभरने की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा, "भारतीय क्रिकेट में बहुत अधिक गुणवत्ता है, इसका कारण है प्रणाली, घरेलू क्रिकेट की मज़बूती, लीग और खिलाड़ियों के विकास में संघों द्वारा किया गया निवेश।"
यशस्वी, गिल ने संभाला टीम को
इस बीच, यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने साबित कर दिया कि वे भारत की टेस्ट बल्लेबाज़ी लाइनअप में रोहित शर्मा और विराट कोहली की जगह ले सकते हैं। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ हेडिंग्ले टेस्ट की पहली पारी में जायसवाल ने बतौर ओपनर शतक (101) लगाया।
इतना ही नहीं, गिल ने नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करते हुए 147 रन बनाकर इतिहास रच दिया। कप्तान के तौर पर गिल ने अपने पहले टेस्ट में शतक जड़ा , यह कारनामा इससे पहले 2014 में विराट ने किया था। इन दोनों युवाओं ने रोहित और कोहली की बराबरी करते हुए भारतीय टेस्ट क्रिकेट के नए सितारे बनकर उभरे।