'उसकी नेतृत्व क्षमता की बड़ी परीक्षा' — एथरटन ने लॉर्ड्स टेस्ट को लेकर बेन स्टोक्स पर उठाए सवाल
माइकल एथरटन और बेन स्टोक्स [Source: @SkySports, @FoxCricket/X.com]
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन ने एजबेस्टन में भारत के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की हार के बाद बेन स्टोक्स की कड़ी आलोचना की है। एथरटन ने कहा कि स्टोक्स अपनी फॉर्म और कप्तानी से जूझ रहे हैं और उन्हें "एक ही फॉर्मेट का खिलाड़ी" कहा है जो टीम की अगुवाई के लिए कम तैयार दिखता है।
लीड्स टेस्ट जीतकर 5 मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त लेने के बाद, एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को हार झेलनी पड़ी।
स्थिति तब और खराब हो गई जब भारत ने चौथी पारी में 608 रनों का विशाल लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में इंग्लैंड 271 रनों पर ढेर हो गया और उसे 336 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।
माइकल एथरटन ने बेन स्टोक्स की टेस्ट कप्तानी पर उठाए सवाल
द टाइम्स में अपने कॉलम में, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइकल एथरटन ने बेन स्टोक्स की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने दो साल से कोई टेस्ट शतक नहीं बनाया है और अपनी मर्ज़ी से सिर्फ़ टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं। उनका मानना है कि मैच अभ्यास की कमी स्टोक्स की लय और फ़ॉर्म पर असर डाल रही है।
एथरटन ने लिखा, "लगातार मैचों, कम आराम, करारी हार और गलत फैसलों की समस्याओं के बीच एक और चुनौती जुड़ गई है — उनकी खुद की बल्लेबाज़ी फॉर्म, जो हर साल उनके कप्तान बनने के बाद से गिरती जा रही है। एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में जो अब केवल टेस्ट खेलते हैं और कभी-कभी अपनी मर्ज़ी से बाहर भी नहीं खेलते, स्टोक्स एक अजीब स्थिति में हैं — जहाँ उन्हें सबसे ज़्यादा फ्रंट से लीड करने की ज़रूरत है, वहीं वो लय और फॉर्म दोनों से जूझ रहे हैं।"
एथरटन ने भारतीय कप्तान शुभमन गिल की भी तारीफ की, जो इस सीरीज़ में शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने कहा कि गिल स्पिन गेंदबाज़ी के ख़िलाफ़ आत्मविश्वास से भरे दिखे और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने आगे कहा, "जहाँ स्टोक्स स्पिन के ख़िलाफ़ असहज नजर आए हैं, वहीं उनका विरोधी कप्तान पूरी तरह से छाया हुआ है। इस सीरीज़ में शुभमन गिल का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है, और एजबेस्टन में मिली जीत उनके दृष्टिकोण, दृढ़ संकल्प और एकाग्रता का नतीजा थी।"
एजबेस्टन टेस्ट में भारतीय कप्तान दोनों टीमों के बीच अंतर साबित हुए, क्योंकि उन्होंने दो पारियों में एक दोहरे शतक और एक शतक सहित 430 रन बनाए। दूसरी ओर, स्टोक्स दो पारियों में 33 रन बनाकर गोल्डन डक पर आउट हो गए।
एथरटन ने लॉर्ड्स टेस्ट को स्टोक्स के लिए बड़ी चुनौती माना
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन का मानना है कि अगले हफ़्ते लॉर्ड्स में होने वाला तीसरा टेस्ट मैच बेन स्टोक्स के लिए एक खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर उनके जीवन की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। एजबेस्टन में भारत की शानदार जीत के बाद सीरीज़ 1-1 से बराबर है और स्टोक्स पर, ख़ासकर बल्ले से, अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव बढ़ रहा है।
एथरटन ने आगे कहा, "पिछले तीन वर्षों में जब से बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड की कप्तानी संभाली है, यह सोचना भी मुश्किल है कि क्या उन्होंने इससे बड़ी चुनौती का सामना कभी किया है, जितनी बड़ी चुनौती अगले दो दिनों में उनके सामने है — जब वह लॉर्ड्स में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए अपनी टीम का मनोबल फिर से उठाने की कोशिश करेंगे। यह उनकी नेतृत्व क्षमता के साथ-साथ उनकी मानसिक और शारीरिक दृढ़ता की भी एक बड़ी परीक्षा होगी।"
बेन स्टोक्स पहले दो टेस्ट मैचों में बल्ले से निराशाजनक प्रदर्शन कर रहे हैं और केवल 20, 33, 0 और 33 रन ही बना पाए हैं। हालांकि उन्होंने प्रभावशाली गेंदबाज़ी की है, खासकर लीड्स में, लेकिन उनकी बल्लेबाज़ी अनिश्चित रही है, खासकर स्पिन के ख़िलाफ़।