अश्विन ने की जसप्रीत बुमराह की तारीफ़, बोले- 'मैं उनका नंबर 1 फ़ैन हूं, शायद उनकी पत्नी भी...'
आर अश्विन और जसप्रीत बुमराह [Source: AP]
जसप्रीत बुमराह को अक्सर भारत के सबसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ों में से एक माना जाता है। और अब, कोई और नहीं बल्कि पूर्व स्टार स्पिनर आर अश्विन ने खुले तौर पर उनके प्रति अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त की है।
हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत में अश्विन ने एक गेंदबाज़ और एक मैच विजेता के रूप में बुमराह की प्रतिभा की प्रशंसा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
अश्विन ने कहा, "मैंने उसकी बहुत तारीफ की है। लेकिन जो शब्द तुमने कहा, वो मेरे मुंह से नहीं निकलेगा। बात बस इतनी है कि वो शानदार है। मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं। वो इस दुनिया में पैदा हुआ। ये सारी चीजें एक तरह का सीरियल बन जाती हैं। मैं उन ड्रामा आर्टिस्ट्स में से नहीं हूं। मैं किसी की मार्केटिंग नहीं करना चाहता। लेकिन वो एक शानदार क्रिकेटर है।"
अश्विन का मानना है कि बुमराह का भारतीय क्रिकेट पर प्रभाव बहुत बड़ा है और वह सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के बराबर चर्चा के हकदार हैं।
अश्विन ने आगे कहा, "मैं सच में चाहता हूं कि हम उस रास्ते पर जाएं (जहां बुमराह को भी तेंदुलकर और कोहली जैसी ही इज़्ज़त दी जाए)। मैं आज भी कह रहा हूं कि जितना हम रोहित शर्मा, विराट कोहली या सचिन तेंदुलकर के लिए करते हैं, उतना हम जसप्रीत के लिए नहीं करते। हां, एक गेंदबाज़ को जितना सम्मान मिलता है, उससे कहीं ज़्यादा उसे मिला है। उसे बहुत इज़्ज़त मिली है, बहुत फैन हैं उसके। बहुत लोग उससे प्यार करते हैं। मैं उसका सबसे बड़ा फैन हूं। शायद उसकी पत्नी उससे मुकाबला कर सकती है नंबर वन फैन बनने के लिए, लेकिन मैं उसका नंबर वन फैन हूं।"
आर अश्विन ने जसप्रीत बुमराह की प्रतिभा की तारीफ की
अश्विन ने फ़ैंस को यह भी बताया कि बुमराह का सामना करना इतना कठिन क्यों है। उन्होंने बताया कि पहले टेस्ट के दौरान बुमराह ने इंग्लैंड के शीर्ष बल्लेबाज़ जो रूट को कैसे परेशान किया। अश्विन के अनुसार, बुमराह की गेंदबाज़ी केवल उनके असामान्य एक्शन के बारे में नहीं है, बल्कि वह इसे सटीकता के साथ कैसे निष्पादित करते हैं।
अश्विन ने कहा, "वो एक अलग ही मुकाम पर है। वो एक अलग ही दुनिया में है। और बात सिर्फ़ उसके एक्शन की यूनिकनेस की नहीं है। बात है उसके एग्जिक्युएशन की क्वालिटी की। वो कैसे उसे अंजाम देता है। पहली पारी में जो रूट को जिस तरह से उसने परेशान किया, वो कमाल का था। जो रूट लेंथ को समझ ही नहीं पाए। गेंद थोड़ी दूर थी। बाकी गेंदबाज़ों को वो बैकफुट पर खेल कर थर्ड मैन की तरफ मार सकते थे। लेकिन बुमराह के सामने ऐसा नहीं कर पाए।"
बुमराह ने पहली पारी में पांच विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन हेडिंग्ले में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट मैच में भारत को बचाने के लिए उनके प्रयास काफी नहीं थे। 371 रनों का लक्ष्य निर्धारित करने के बाद भारत पांच विकेट से हार गया, जबकि इंग्लैंड ने पांचवें दिन आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया।
बुमराह, जिन्होंने मैच में 44 ओवर गेंदबाज़ी की, जो रवींद्र जडेजा के बाद दूसरे सबसे अधिक ओवर थे, दूसरी पारी में एक भी विकेट नहीं ले सके और उन्हें कई बार मैदान छोड़ते हुए देखा गया, जिससे उनकी फिटनेस को लेकर चिंता पैदा हो गई।