ट्रैविस हेड को कैसे आउट किया जाए? चौथे टेस्ट से पहले आकाश दीप ने दिया बड़ा इशारा
मेलबर्न टेस्ट से पहले आकाश दीप [स्रोत: एपी]
ट्रैविस हेड मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी 2024-25 में ऑस्ट्रेलिया के लिए अहम खिलाड़ी रहे हैं। दो शतक और एक अर्धशतक के साथ, वह भारत के लिए एक कठिन प्रतिद्वंद्वी साबित हुए हैं। उनके ठोस प्रदर्शन ने उन्हें पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री से "हैडेक" उपनाम दिलाया है। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि भारत ने उन्हें बिना किसी दबाव के क्रीज़ पर जमने दिया है, और इसमें बदलाव की ज़रूरत है।
बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले, तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप ने खुलासा किया कि भारत के पास हेड की चुनौती का मुक़ाबला करने की योजना है, लेकिन वह विवरण साझा करने के लिए तैयार नहीं हैं। मेलबर्न में 26 दिसंबर से शुरू होने वाला चौथा टेस्ट महत्वपूर्ण है क्योंकि सीरीज़ फिलहाल 1-1 से बराबर है, और भारत ऑस्ट्रेलिया में लगातार तीसरी सीरीज़ जीतने का लक्ष्य बना रहा है।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया में दो सीरीज़ पहले ही जीत ली हैं, एक बार 2018-19 में विराट कोहली की कप्तानी में और दूसरी बार 2020-21 में अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में। अब रोहित शर्मा की अगुआई में टीम एक और जीत के लिए बेताब है।
हेड के ख़िलाफ़ आकाश दीप की रणनीति
जब आकाश दीप से इस योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे गुप्त रखते हुए कहा,
दीप ने एमसीजी में प्रशिक्षण के बाद संवाददाताओं से कहा , "जो प्लान है वो नहीं बता सकता, वो भी तैयार हो जाएगा।"
आकाश दीप ने यह भी बताया कि ट्रैविस हेड को शॉर्ट गेंदों से जूझना पड़ता है, इसलिए भारत के गेंदबाज़ उन्हें ख़ास क्षेत्रों पर निशाना लगाकर जमने से रोकने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उनका लक्ष्य उन्हें गलतियाँ करने पर मजबूर करना है।
उन्होंने कहा , "तेज़ गेंदबाज़ों के रूप में हम एक ही तरह की गेंदें फेंकेंगे और अपनी गेंदबाज़ी में अनुशासन बनाए रखेंगे। हम ओवर और अराउंड द विकेट दोनों तरफ से गेंदबाज़ी करेंगे, पिच और परिस्थितियों का आकलन करेंगे और उसके अनुसार योजना बनाएंगे।"
उन्होंने कहा , "मुझे लगता है कि ट्रैविस हेड, विशेष रूप से शॉर्ट गेंदों के ख़िलाफ़ संघर्ष करते हैं। हम उन्हें क्रीज़ पर जमने नहीं देंगे। हम ख़ास क्षेत्रों को लक्षित करेंगे और उन्हें गलतियाँ करने के लिए मजबूर करेंगे, जिससे हमारे लिए मौक़े बनेंगे।"
आकाश दीप का ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट अनुभव
आकाश दीप को गाबा में खेलने का मौक़ मिला, जहां उन्होंने शुरुआत में संघर्ष किया, लेकिन अंतिम सत्र में वापसी की। उन्होंने तीन विकेट लिए और 31 रन बनाए, जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर अहम साझेदारी की और भारत को फॉलोऑन से बचने में मदद की।
उन्होंने कहा , "यह थोड़ा मुश्किल है। मैंने अपना अधिकांश क्रिकेट भारत में खेला है। हम वहां छोटी लेंथ की गेंदबाज़ी कर सकते हैं, लेकिन यहां यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण है।"
भारत ने पर्थ में 295 रनों की बड़ी जीत के साथ सीरीज़ की शुरुआत की, लेकिन एडिलेड में गुलाबी गेंद के टेस्ट में उन्हें कड़ी हार का सामना करना पड़ा। दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर हैं, इसलिए आगामी बॉक्सिंग डे टेस्ट भारत के लिए आगे बढ़ने और अपनी छाप छोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है।