'अपने और टीम के साथ न्याय नहीं किया...' - फ़ाइनल से पहले कोच द्रविड के साथ अपनी बातचीत साझा की विराट ने
विराट कोहली ने राहुल द्रविड के साथ बातचीत का खुलासा किया [X.com]
भारत के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली ने हाल ही में T20 विश्व कप फ़ाइनल से पहले अपने खराब फॉर्म के बारे में बात की।
अपनी शानदार प्रतिष्ठा के बावजूद कोहली फाइनल से पहले टूर्नामेंट में केवल 75 रन ही बना पाए थे, जो उनके सामान्य मानकों से काफी कम था। सात मैचों में उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिखाए अपने प्रदर्शन को दोहराने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
हालांकि जब सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी, कोहली ने अपनी क्लास दिखाई। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ फ़ाइनल में कोहली ने 59 गेंदों पर 76 रनों की शानदार पारी खेली, जिसने भारत की पारी की लय तय कर दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत के दौरान अपने प्रदर्शन पर बात करते हुए कोहली ने कहा,
"यह दिन हमेशा मेरे दिमाग में रहेगा, क्योंकि पूरे टूर्नामेंट के दौरान मैं उतना योगदान नहीं दे सका, जितना देना चाहता था।"
मैंने अपने और टीम दोनों के साथ न्याय नहीं किया: कोहली
भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड को भरोसा था कि कोहली फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करेंगे, भले ही उन्हें पहले कुछ संघर्ष करना पड़ा हो। कप्तान रोहित शर्मा का भी मानना था कि विराट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आखिर के लिए बचाकर रख रहे हैं।
कोहली ने कहा, "मैंने राहुल भाई से यह भी कहा कि मैंने अब तक अपने और टीम दोनों के साथ न्याय नहीं किया है। तो उन्होंने मुझसे कहा कि जब स्थिति आएगी तो मुझे यकीन है कि तुम फॉर्म में आ जाओगे। हमारे बीच यह बातचीत हुई और जब हम खेलने गए तो मैंने रोहित से कहा, मुझे इतना भरोसा नहीं था कि मैं जिस तरह से बल्लेबाज़ी करना चाहता हूं, कर पाऊंगा। इसलिए जब हम खेलने गए तो मैंने पहली 4 गेंदों पर तीन चौके लगाए, फिर मैंने जाकर उनसे कहा, यह कैसा खेल है? एक दिन ऐसा लगता है कि एक भी रन नहीं बनेगा और फिर दूसरा दिन आता है और सब कुछ होने लगता है। "
कोहली का इरादा शुरू से ही साफ़ था। उन्होंने शुरुआती गेंदों पर दो चौके लगाकर आने वाले तूफ़ान का इशारा दे दिया था।
मैच के दौरान एक वक़्त पावरप्ले में भारत का स्कोर 34/3 के साथ एक ख़तरनाक स्थिति में था। इसके बाद कोहली अपने खेल में बदलाव लाए और स्ट्राइक रोटेट करने के साथ ही अक्षर पटेल के साथ साझेदारी बनाने पर ज़ोर दिया।
कोहली ने कहा, "जब हमने विकेट गंवा दिए तो मैंने खुद को स्थिति के हवाले कर दिया और टीम की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित किया।"
अपने स्कोर का बचाव करते हुए भारत को दक्षिण अफ़्रीका से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। एक वक़्त अफ़्रीकी टीम को पांच ओवर में केवल 30 रनों की ज़रूरत थी। ऐसे में जसप्रीत बुमराह के शानदार ओवर के साथ ही हार्दिक पांड्या और अर्शदीप सिंह के अहम विकेटों ने भारत की 7 रन से जीत पक्की की।