'मेरे लिए, चैंपियन मैं ही हूं': इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ से पहले श्रेयस अय्यर का बेबाक बयान


श्रेयस अय्यर ने इंग्लैंड वनडे से पहले बीसीसीआई से बात की [स्रोत: @IamTanujSingh/X.com] श्रेयस अय्यर ने इंग्लैंड वनडे से पहले बीसीसीआई से बात की [स्रोत: @IamTanujSingh/X.com]

भारतीय टीम के बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर कभी भी सुर्खियों से दूर नहीं भागते। लेकिन हाल ही में BCCI की वेबसाइट पर 'डिफाइनिंग सक्सेस' शीर्षक वाले एक वीडियो में 29 वर्षीय इस खिलाड़ी ने आत्म-प्रशंसा की सीमा को इस स्तर तक बढ़ा दिया कि वह प्रशंसा और शर्मिंदगी के बीच झूलता रहा।

गुरुवार को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारत के पहले एकदिवसीय मैच से पहले, अय्यर ने घोषणा की, "मेरे लिए, चैंपियन मैं हूं," एक ऐसे मंत्र पर ज़ोर देते हुए, जो अडिग आत्मविश्वास और चरम अति आत्मविश्वास के बीच की महीन रेखा पर चलता है।

अय्यर की आत्मविश्वासपूर्ण आत्म-प्रशंसा

BCCI के इस वीडियो में अय्यर ने रणजी और विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में शानदार प्रदर्शन करने के बाद ऐसे उद्धरण दिए जो खेल के महान खिलाड़ियों को भी परेशान कर सकते हैं।

अय्यर ने कहा, "मेरे लिए चैंपियन मैं ही हूं। यह सब दिमाग़ में है। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि आपके अलावा आपका समर्थन करने वाला कोई नहीं है। आप खुद को आगे बढ़ाते रहते हैं और दूसरों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं।"

जबकि एथलीट अक्सर "टीम" या "प्रक्रिया" को श्रेय देते हैं, अय्यर का खुद को चैंपियन कहने का अंदाज़ थोड़ा अजीब लग रहा था। फिर भी, श्रेयस ने साझा किया कि वह चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 सहित आगामी चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास की भावना के साथ कर रहे हैं। वह सकारात्मक मानसिकता के महत्व पर ज़ोर देते हैं।

"मैं कभी भी खुद को कम नहीं आंकता। मैं यह सुनिश्चित करता हूँ कि मेरे विचार यथार्थवादी न हों। क्योंकि जब भी मेरे विचार यथार्थवादी होते हैं तो मुझे लगता है कि मैं अपनी क्षमताओं पर संदेह कर रहा हूँ और खुद को उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सीमित कर रहा हूँ।"

अय्यर का पूरा ध्यान टीम इंडिया की सफलता में योगदान देने पर है और वह आने वाले मौक़ों को, जिसकी शुरुआत इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ से होगी, अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के मौक़े के रूप में देखते हैं। उन्होंने भारतीय जर्सी पहनने पर बहुत गर्व ज़ाहिर किया।

"जब भी मैं टीम इंडिया की जर्सी पहनता हूं तो मुझे रोमांच का अनुभव होता है। जर्सी और हेलमेट पर लोगो और भारतीय झंडा, यह मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण है। मैं पूरी ऊर्जा के साथ खेल खेलूंगा और हर बार अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।"

बाद में श्रेयस ने भी विनम्रता के महत्व को स्वीकार किया, जैसा कि उनके बयान में दिखता है, जिसमें उन्होंने सफलता के लिए आभारी होने को कहा।

अय्यर ने कहा, "आप जितना अधिक हासिल करेंगे, आपको उतनी ही अधिक सफलता मिलेगी। ज़मीन से जुड़े रहना और सभी के प्रति सकारात्मक व्यवहार रखना महत्वपूर्ण है।"

अय्यर का प्राथमिक ध्यान अपनी क्षमता को अधिकतम करने और भारत को उसके लक्ष्य हासिल करने में मदद करने पर है। वह "खुद को ऊपर उठाने" और टीम के प्रदर्शन में सार्थक योगदान देने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।

अय्यर की नज़र राष्ट्रीय टीम में वापसी पर

सच कहें तो अय्यर के वनडे आंकड़े सम्मान के हक़दार हैं। उन्होंने सिर्फ़ 57 पारियों में 2421 रन बनाए और उनके नाम 5 शतक भी हैं। फिर भी राष्ट्रीय टीम की जर्सी में श्रीलंका के ख़िलाफ़ उनका आखिरी वनडे मैच याद रखने लायक नहीं था।

अब, जब चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 नज़दीक आ रही है, तो अय्यर का खुद को चैंपियन बताने का दावा एक बड़ा जुआ लगता है। अय्यर की वापसी की राह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ से शुरू होगी, जहां उन्हें अपने साहस को रन बनाकर दिखाना होगा। टीम इंडिया का मध्यक्रम अभी भी पहेली बना हुआ है और शॉर्ट पिच गेंदबाज़ी से निपटने की उनकी क्षमता पर भी सवाल उठेंगे।

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Mohammed Afzal

Mohammed Afzal

Author ∙ Feb 6 2025, 10:58 AM | 3 Min Read
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