संन्यास की घोषणा के बाद भावुक हुए धवन, बेटे ज़ोरावर और अपने क्रिकेट करियर को लेकर कही दिल छू लेने वाली बात
धवन अपने बेटे ज़ोरावर के साथ [x]
शिखर धवन ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। पिछले कुछ समय से टीम से बाहर चल रहे इस बल्लेबाज़ ने सोशल मीडिया पर अपने इस चौंकाने वाले फैसले की घोषणा की।
धवन पिछले एक दशक से भारतीय बल्लेबाज़ी के स्तंभ रहे हैं। उन्होंने रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ मिलकर एक शानदार तिकड़ी बनाई और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
धवन की मैदान से बाहर की परेशानियां उन पर भारी पड़ रही हैं
मैदान के अलावा धवन का मैदान के बाहर का सफर भी मुश्किलों भरा रहा है। मानसिक क्रूरता के चलते उन्हें अक्टूबर 2023 में अपनी पत्नी आयशा मुखर्जी से तलाक की इजाज़त दे दी गई। तब से दुर्भाग्य से उनका अपने बेटे ज़ोरावर से कोई संपर्क नहीं है और इसका उन पर बहुत बुरा असर पड़ा है।
हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए धवन ने कहा कि वह चाहते हैं कि ज़ोरावर को उनके क्रिकेट के सफ़र और रिटायरमेंट के बारे में पता चले। पूर्व सलामी बल्लेबाज़ ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका बेटा अपने पिता को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद रखे, जो एक अच्छे इंसान हैं।
धवन ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, "ज़ोरावर अब 11 साल का है। मुझे उम्मीद है कि उसे मेरे रिटायरमेंट और मेरे क्रिकेट सफर के बारे में पता चलेगा, लेकिन एक क्रिकेटर से ज़्यादा मैं चाहूंगा कि ज़ोरावर मुझे एक अच्छे इंसान के तौर पर याद रखे जो अच्छे काम करता है और अपने आस-पास के लोगों में सकारात्मकता लाता है।"
शिखर धवन का संन्यास: एक चैंपियन की यात्रा
धवन ने साल 2010 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, लेकिन 2013 में टेस्ट क्रिकेट में आग़ाज़ के बाद ही वे प्रभावशाली खिलाड़ी बन पाए।
हालांकि, 50 ओवर के प्रारूप में उन्होंने वास्तव में बेहतरीन प्रदर्शन किया। शीर्ष क्रम में बल्लेबाज़ी करते हुए, दिल्ली के इस खिलाड़ी ने 167 मैचों में 17 शतकों सहित 6,793 रन बनाए। वह 2013 में भारत के चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीतने के प्रमुख कारणों में से एक थे, जहां वह सबसे zज़्यादारन बनाने वाले खिलाड़ी बने।
धवन ने भारत के लिए आखिरी बार साल 2022 में खेला था और तब से उन्हें टॉप स्तर के क्रिकेट के लिए टीम में नहीं चुना गया है।