'चापलूसी नहीं करेगा' पूर्व विश्व कप विजेता ने गौतम गंभीर हेड कोच पद से जल्द हटने की भविष्यवाणी की
अभ्यास सत्र में विराट कोहली के साथ गौतम गंभीर (X.com)
एक स्पष्ट और ईमानदार साक्षात्कार में, पूर्व भारतीय T20 विश्व कप विजेता गेंदबाज़ जोगिंदर शर्मा ने कहा कि गौतम गंभीर 2027 तक अपनी मुख्य कोच की भूमिका बरक़रार नहीं रख पाएंगे, क्योंकि खिलाड़ियों या बोर्ड के सदस्यों के साथ संभावित अहंकार के टकराव की संभावना ज़्यादा है।
T20 विश्व कप जीत के बाद भारतीय मुख्य कोच के पद से राहुल द्रविड़ के हटने के बाद, KKR के मेंटर के रूप में उनकी हालिया सफलता के चलते गौतम को उनका उत्तराधिकारी बनाया गया।
गंभीर को 2027 तक के लिए पांच साल का ज़िम्मा दिया गया। हालांकि उनका कार्यकाल श्रीलंका के ख़िलाफ़ T20 सीरीज़ में जीत के साथ शुरू हुआ, लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर, जो भारत की 2007 T20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे, जोगिंदर शर्मा ने भविष्यवाणी की है कि गंभीर 2027 से पहले अपनी नौकरी खो देंगे।
पत्रकार शुभांकर मिश्रा के साथ एक साक्षात्कार में, जोगिंदर ने कहा कि गौतम अपने ईमानदार और निडर व्यक्तित्व के चलते लंबे समय तक भारत के मुख्य कोच के रूप में नहीं रहेंगे।
जोगिंदर शर्मा ने कहा, "गौतम गंभीर टीम को संभालने वाला है लेकिन मेरा ये मानना है कि गौतम गंभीर ज्यादा लंबे समय तक टिक नहीं पाएगा।"
उन्होंने कहा कि गंभीर के पास निर्णय लेने और उन्हें अपने खिलाड़ियों पर लागू करने का एक निश्चित तरीका है और यह रवैया विराट कोहली सहित कुछ खिलाड़ियों को पसंद नहीं आ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप अहंकार का टकराव होता है।
"क्योंकि गौतम गंभीर के अपने ही कुछ फैसले होते हैं। हो सकता है किसी खिलाड़ी से मन मोटा हो जाए। मैं विराट कोहली की बात नहीं कर रहा हूं। गौतम गंभीर के फैसले काई बार ऐसे हो जाते हैं कि दूसरे को पसंद नहीं आते।"
जोगिंदर ने यह भी कहा कि गौतम किसी भी तरह का श्रेय या चापलूसी नहीं चाहते हैं, न ही वह अपनी नौकरी में बने रहने के लिए किसी के जूते चाटेंगे।
उन्होंने कहा, "गौतम गंभीर सीधी बात करने वाला है। वो किसी के पास जाने वाला नहीं है। गौतम गंभीर चुप रहने वाला नहीं है। उसको क्रेडिट देने वाले हम लोग हैं। वो अपना काम करता है, सच्चे दिल से करता है, बड़ी इमानदारी से करता है।"
ग़ौरतलब है कि गंभीर ने IPL के दो सत्रों तक LSG की कोचिंग की और अपने पहले ही सत्र में केकेआर को ख़िताबी जीत दिलाई।