'मूर्खतापूर्ण': त्रिकोणीय सीरीज़ के फाइनल में हार के लिए रिज़वान को ज़िम्मेदार ठहराया पूर्व पाक बल्लेबाज़ ने
मोहम्मद रिज़वान पाकिस्तान को जीत दिलाने में नाकाम रहे [स्रोत: @nabspeak_36/x.com]
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अहमद शहज़ाद ने शनिवार को कराची में त्रिकोणीय सीरीज़ के फाइनल में न्यूज़ीलैंड के हाथों पाकिस्तान की शर्मनाक हार के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी। ICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की टीम को 5 विकेट से क़रारी हार का सामना करना पड़ा, जिससे प्रशंसक और विशेषज्ञ हैरान रह गए।
त्रिकोणीय सीरीज़ के फाइनल में हार के बाद शहज़ाद ने रिज़वान पर निशाना साधा
अपनी बात बेबाकी से कहने के लिए मशहूर शहज़ाद ने अपने यूट्यूब चैनल पर टीम के निर्णयों को "विवेकहीन" बताया और प्रबंधन पर बचकानी ग़लतियां करने का आरोप लगाया।
जब दांव ऊंचे थे, तब पाकिस्तान दबाव में बिखर गया और शहज़ाद ने तुरंत ही खामियों को उजागर किया। उनके कठोर शब्द सीधे कप्तान मोहम्मद रिज़वान के लिए थे, जिन पर उन्होंने ख़राब नेतृत्व और रणनीति का आरोप लगाया।
शहज़ाद ने बिना कोई कसर छोड़े पाकिस्तान की पहले बल्लेबाज़ी करने के फ़ैसले पर कड़ी आलोचना की - उन्होंने इस फैसले को हैरतअंगेज़ बताया।
पूर्व पाक बल्लेबाज़ ने बताया कि कैसे पिच रोशनी में बल्लेबाज़ों के लिए ज़्यादा अनुकूल साबित हुई और गेंद आसानी से बल्ले पर आ रही थी, जिससे लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों को भी मदद मिली। यह जानते हुए भी, रिज़वान और उनकी टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया, जिसे शहज़ाद ने एक नासमझी भरा फ़ैसला बताया।
शहज़ाद ने निराशा जताते हुए कहा, "यह (पहले बल्लेबाज़ी करने का) एक हैरान करने वाला फ़ैसला था क्योंकि हमने पिछले मैच में देखा था कि रात में पिच बल्लेबाज़ी के लिए बेहतर हो जाती है, गेंद स्पिनरों के लिए सतह पर पकड़ नहीं बना पाती। फिर भी, पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया। यह मूर्खतापूर्ण फ़ैसला था, उन्हें इसका अंदाज़ा ही नहीं था।"
'पाकिस्तान का बुलबुला फूट गया': शहज़ाद
अहमद शहज़ाद ने सिर्फ निर्णय लेने की आलोचना ही नहीं की। उन्होंने आगे कहा कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले ही पाकिस्तान का बुलबुला फूट चुका है और टीम की मौजूदा रणनीति तभी काम करेगी जब विरोधी टीम कमज़ोर हो या उसके अहम खिलाड़ी न हों।
उन्होंने कहा , "फाइनल में आप बचकाने फैसले ले रहे हैं...आप मैचों में बहुत सारी ग़लतियां कर रहे हैं। आपको जीतने का मौक़ा तभी मिलता है जब विरोधी टीम उम्मीद से कम प्रदर्शन करती है या उसके मुख्य खिलाड़ी नहीं खेलते हैं।" उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन को बिना सोचे-समझे फैसले लेने के बजाय अपनी ताकत के अनुसार खेलना चाहिए।
बाबर आज़म फ्लॉप, पाकिस्तान को घरेलू मैदान पर मिली शर्मनाक हार
आलोचनाओं का विषय सिर्फ़ फ़ैसले ही नहीं थे। पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी इकाई बुरी तरह से नाकाम रही। बाबर आज़म फिर से फ्लॉप रहे और टीम केवल 242 रनों पर ढ़ेर हो गई। जवाब में, न्यूज़ीलैंड ने आसानी से लक्ष्य का पीछा किया। टॉम लैथम और डेरिल मिशेल ने अर्धशतक जड़े और 4.4 ओवर बाकी रहते जीत दर्ज की।
चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के क़रीब आने के साथ ही रिज़वान एंड कंपनी को आत्ममंथन करने की बहुत ज़रूरत है। अगर वे "बिना सोचे-समझे" फ़ैसले लेते रहेंगे और मैच जीतने के लिए विपक्षी टीम की ग़लतियों पर निर्भर रहेंगे, तो आगे की राह मुश्किल हो सकती है।