क्या MCG टेस्ट के आखिरी दिन यशस्वी को ग़लत आउट दिया गया?...कप्तान रोहित ने दी अपनी राय


रोहित शर्मा ने यशस्वी जायसवाल के विवादास्पद आउट होने के बारे में बात की (स्रोत: एपी फोटोज, @CricCrazyJohns/X.com)
रोहित शर्मा ने यशस्वी जायसवाल के विवादास्पद आउट होने के बारे में बात की (स्रोत: एपी फोटोज, @CricCrazyJohns/X.com)

सोमवार को यशस्वी जायसवाल के विवादास्पद तरीके से आउट होने पर भले ही हंगामा मच गया हो, लेकिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने यह कहते हुए विवाद को शांत करने का प्रयास किया कि बायें हाथ के इस बल्लेबाज़ के बल्ले ने "गेंद को छुआ था", साथ ही उन्होंने यह भी याद दिलाया कि तकनीक से जुड़े ऐसे क़रीबी फैसलों में उनकी टीम अक्सर गलत पक्ष में पड़ जाती है।

जायसवाल जब 84 रन पर खेल रहे थे, तब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की लेग स्नॉर्टर ने उन्हें हुक करने के प्रयास में जगह नहीं दी और घरेलू टीम ने तुरंत कैच की अपील की, क्योंकि एलेक्स कैरी ने टम्बलिंग टेक पूरा किया।

मैदानी अंपायर जोएल विल्सन ने भी नरमी नहीं दिखाई, लेकिन आस्ट्रेलियाई टीम ने डीआरएस का सहारा लिया और तीसरे अंपायर सैकत शरफुद्दौला ने स्निको पर कोई किनारा नहीं लगने के बावजूद मौजूद फुटेज के आधार पर जायसवाल को आउट क़रार दिया। 

जयसवाल का जाना टीम के पतन का कारण बना

एमसीजी में भारतीय दर्शकों ने इस फैसले का स्वागत 'धोखेबाज' के नारे लगाकर किया। आखिरकार, जायसवाल के आउट होने से चौथे टेस्ट के अंतिम सत्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए रास्ता खुल गया और मेज़बान टीम ने शेष भारतीय विकेट निकालकर 184 रन की जीत का जश्न मनाया। हालांकि, रोहित अपने विचारों में भावनात्मक से अधिक व्यावहारिक थे।

रोहित ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि इसका क्या मतलब निकाला जाए क्योंकि तकनीक तो कुछ नहीं दिखा रही थी लेकिन नंगी आंखों से ऐसा लग रहा था कि उन्होंने कुछ छुआ है।’’


उन्होंने कहा , "मुझे नहीं पता कि अंपायर किस तरह से तकनीक का उपयोग करना चाहते हैं, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि उन्होंने गेंद को छुआ था।"

कप्तान ने हालांकि इस बात पर अफसोस जताया कि उनकी टीम को अक्सर ऐसे फैसलों का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने कहा, "यह प्रौद्योगिकी के बारे में है, जिसके बारे में हम सभी जानते हैं कि यह 100 प्रतिशत सही नहीं है। लेकिन हम वास्तव में इस पर बहुत अधिक ध्यान नहीं देना चाहते। बात सिर्फ इतनी है कि हम अक्सर इसके गलत पक्ष में पड़ जाते हैं। ऐसा होता रहा है, इसलिए हम थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे हैं।"

[पीटीआई इनपुट्स के साथ]

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