T20I की कप्तानी न मिलने के बाद पंड्या का बयान, कहा- 'मुझे इस बात का बिल्कुल पता नहीं था कि फिटनेस...'


हार्दिक पंड्या ने खुलासा किया कि फिटनेस ने एक ऑलराउंडर के रूप में उनके करियर को बेहतर बनाया (X.com) हार्दिक पंड्या ने खुलासा किया कि फिटनेस ने एक ऑलराउंडर के रूप में उनके करियर को बेहतर बनाया (X.com)

भारतीय टीम के सफल ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने हाल ही में बताया कि एक पेशेवर एथलीट के रूप में उन्हें क्या प्रेरित करता है और कैसे फिटनेस में सुधार ने उनके करियर को काफी आगे बढ़ाया।

भारत की T20 विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाने वाले हार्दिक पंड्या का अंतरराष्ट्रीय करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, जिसमें प्रतिभा और असफलता दोनों शामिल हैं। अपने करियर के शुरुआती दिनों में, जबकि उनकी प्रतिभा निर्विवाद थी, उनकी शारीरिक फिटनेस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए आवश्यक स्तर तक नहीं थी।

इस बीच, एक लेटेस्ट इंटरव्यू में हार्दिक पंड्या ने खुलासा किया कि वह जो कुछ भी करते हैं उसमें नंबर 1 बनने की चाहत उन्हें मैदान पर अपनी सीमाएं लांघने के लिए प्रेरित करती है।

पांड्या ने कहा, "मुझे इस बात का बिल्कुल पता नहीं था कि फिटनेस की वजह से मेरे साथ क्या हो सकता है लेकिन मैं बस यह बात महसूस करता हूं कि हमेशा हर चीज में नंबर 1 बनना है। इस एक आदत की वज़ह से मैं जब युवा था तो काफी ज्यादा ट्रेनिंग करता था, मैं अपनी हद को हमेशा ही बढ़ा रहता था, काफी ज्यादा दौड़ लगाया करता था इसी वजह से मेरा जो बेस है वो काफी ज्यादा मजबूत है।"

पंड्या ने कहा कि अपने शुरुआती दिनों में उन्हें इस बात की ज्यादा जानकारी नहीं थी कि एक एथलीट के जीवन में फिटनेस कितनी अहमियत रखती है। फिर भी, इस ऑलराउंडर ने अपनी नींव को सही रखने के लिए ट्रेनिंग में सभी सीमाओं को पार किया।

"जाहिर है, शरीर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, अपनी फिटनेस को कैसे बढ़ाया जाए, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन चूंकि मेरा बेस मजबूत था और मैंने वे मूल बातें कीं जो आपको ट्रेनिंग के दौरान करनी चाहिए, इससे मुझे उच्च स्तर पर आने में मदद मिली।"

हालाँकि, 2017 के आसपास ही हार्दिक पंड्या को एहसास हुआ कि कैसे सीमाओं को आगे बढ़ाने से उनकी गेंदबाज़ी की गति बढ़ सकती है, और तब से, वह सहनशक्ति बढ़ाने और अपने बॉडी को सही आकार में लाने के लिए अतिरिक्त मेहनत कर रहे हैं।

पंड्या ने आगे कहा, "मैं शुरू में 130 किलो मीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाज़ी किया करता था, अगर मुझे अच्छे से याद है तो फिर इसे 140 तक ले जाने में कामयाब हुआ और इसके बाद 142 की रफ्तार तक लाने में कोशिश की। 2017 में जाकर अपनी बॉडी को लेकर अच्छे से पता चला और मैं सीमाओं को लांघकर आगे और आगे बढ़ता गया।"

बता दें, हार्दिक पंड्या वर्तमान में सबसे फिट भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं और वह किसी भी चोट से बचने के लिए अपने कार्यभार का प्रबंधन करने के लिए तत्पर हैं।

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Raju Suthar

Raju Suthar

Author ∙ July 21 2024, 1:25 PM | 3 Min Read
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