टेस्ट क्रिकेट को झकझोर देने वाले 5 सबसे कम टीम स्कोर पर एक नज़र...
टेस्ट क्रिकेट इतिहास के 5 सबसे कम टीम स्कोर [स्रोत: @SkyCricket/X.com]
टेस्ट क्रिकेट अपनी लंबी लड़ाइयों और बड़े स्कोर के लिए जाना जाता है। लेकिन कभी-कभी, टीमें अप्रत्याशित तरीके से ढ़ह जाती हैं, और उनकी पारी बेहद कम स्कोर पर ख़त्म हो जाती है।
ये दुर्लभ पल अक्सर प्रशंसकों को अचंभित कर देते हैं और इतिहास रच देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं जिसका हिस्सा कोई भी टीम बनना चाहती हो। हाल ही में, ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज़ को गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट मैच में 27 रनों पर ऑल आउट करके चौंका दिया था।
इसी क्रम में, टेस्ट क्रिकेट में अब तक के 5 सबसे कम टीम स्कोर पर एक नज़र डालते हैं।
5. दक्षिण अफ़्रीका - 35 ऑल आउट बनाम इंग्लैंड (केप टाउन, 1899)
यह मैच 1899 में इंग्लैंड के दक्षिण अफ़्रीका दौरे के दौरान केपटाउन में खेला गया था। मेज़बान टीम बेहद कम स्कोर, सिर्फ़ 35 रनों पर ढ़ेर हो गई थी। इंग्लैंड के गेंदबाज़ों, स्कोफ़ील्ड हैघ और अल्बर्ट ट्रॉट ने परिस्थितियों का पूरा फ़ायदा उठाते हुए क्रमशः 6 और 4 विकेट चटकाए। यह उस दौर में कई मौक़ों में से एक था जब इंग्लैंड ने दक्षिण अफ़्रीका पर पूरी तरह से दबदबा बनाया और केपटाउन टेस्ट 210 रनों से जीत लिया।
4. दक्षिण अफ़्रीका - 30 ऑल आउट बनाम इंग्लैंड (बर्मिंघम, 1924 )
1924 में दक्षिण अफ़्रीका एक बार फिर मुश्किल में फँस गया जब बर्मिंघम टेस्ट की दूसरी पारी में वे 30 रन पर आउट हो गए। मौरिस टेट और आर्थर गिलिगन ने विकेट साझा किए और बल्लेबाज़ों को सांस लेने का मौक़ा ही नहीं दिया।
मेज़बान टीम ने पहली पारी में 438 रन बनाए और फॉलो-ऑन देकर मैच एक पारी और 18 रन से जीत लिया। यह एक और उदाहरण था कि दक्षिण अफ़्रीका अपने शुरुआती टेस्ट इतिहास में किस तरह संघर्ष करता रहा था।
3. दक्षिण अफ़्रीका - 30 ऑल आउट बनाम इंग्लैंड (केबरहा, 1896)
टेस्ट क्रिकेट के शुरुआती दिनों में, दक्षिण अफ़्रीका का सामना इंग्लैंड से केबरहा (तब पोर्ट एलिजाबेथ के नाम से जाना जाता था) में हुआ था। एक मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए, वे अपनी दूसरी पारी में मात्र 30 रन पर आउट हो गए थे।
इंग्लैंड के गेंदबाज़, ख़ासकर जॉर्ज लोहमैन, दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों के सामने बहुत ही ज़्यादा आक्रामक रहे। लोहमैन ने इस पारी में 7 रन देकर 8 विकेट लिए, जो इतिहास के सबसे अविश्वसनीय गेंदबाज़ी आंकड़ों में से एक है। यह दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट के लिए एक कठिन समय था, जो अभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभर रहा था।
2. वेस्टइंडीज़ - 27 ऑल आउट बनाम ऑस्ट्रेलिया (किंग्स्टन, 2025)
हाल के टेस्ट क्रिकेट इतिहास की शायद सबसे चौंकाने वाली हार, 2025 में किंग्स्टन में वेस्टइंडीज़ की टीम सिर्फ़ 27 रनों पर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ों ने बल्लेबाज़ी क्रम को तहस-नहस कर दिया, जिससे यह टेस्ट क्रिकेट में अब तक का दूसरा सबसे कम स्कोर बन गया। पिच पर बल्लेबाज़ी करना नामुमकिन नहीं था, लेकिन मिचेल स्टार्क ने गुलाबी गेंद से कहर बरपा दिया।
उन्होंने अंतिम पारी में सिर्फ़ 15 गेंदों पर 5 विकेट चटकाए। आख़िरकार उन्होंने 7.3 ओवर में 9 रन देकर 6 विकेट हासिल किए और विंडीज़ को 27 रनों पर समेट दिया। इस पतन को कैरेबियाई क्रिकेट के सबसे काले दिनों में से एक के रूप में याद किया जाएगा।
1. न्यूज़ीलैंड - 26 ऑल आउट बनाम इंग्लैंड (ऑकलैंड, 1955)
यह अब भी टेस्ट इतिहास का सबसे कम टीम स्कोर है। यह मार्च 1955 में ऑकलैंड के ईडन पार्क में हुआ था। इंग्लैंड ने न्यूज़ीलैंड को दूसरी पारी में सिर्फ़ 26 रनों पर आउट कर दिया था। पिच गेंदबाज़ों के लिए मददगार थी, लेकिन बल्लेबाज़ों का पतन नाटकीय था।
न्यूज़ीलैंड के सर्वोच्च स्कोरर ने केवल 11 रन बनाए, और 5 बल्लेबाज़ों ने कोई रन नहीं बनाया। इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ बॉब एप्पलयार्ड ने सिर्फ़ 7 रन देकर 4 विकेट लिए। ब्रायन स्टैथम और फ्रैंक टायसन ने क्रमशः 3 और 2 विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड को 26 रन पर समेट दिया। यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे कोई भी टीम तोड़ना नहीं चाहेगी।