ये हैं कानपुर में टेस्ट फ़ॉर्मैट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले टॉप 3 गेंदबाज़


कपिल देव (ICC) कपिल देव (ICC)

भारत शुक्रवार 27 सितंबर से शुरू होने वाले दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच के लिए कानपुर के प्रतिष्ठित ग्रीन पार्क स्टेडियम में बांग्लादेश का सामना करने के लिए तैयार है। चेन्नई में पहले टेस्ट में 280 रनों की शानदार जीत के बाद, भारतीय टीम सीरीज़ को 2-0 से अपने नाम करना चाहेगी।

तो आइए एक नज़र डालते हैं कि कानपुर में टेस्ट फ़ॉर्मैट में भारत के लिए सबसे ज़्यादा विकेट किस गेंदबाज़ ने लिए हैं।

3. हरभजन सिंह – 20 विकेट

3. हरभजन सिंह – 20 विकेट (ICC) 3. हरभजन सिंह – 20 विकेट (ICC)

हरभजन सिंह ने ग्रीन पार्क में चार रेड-बॉल मैचों में 23.85 की शानदार औसत से 20 विकेट चटकाए। भज्जी ने इस मैदान अपना पहला टेस्ट 1999 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेला था, जहां उन्होंने शांत शुरुआत की और पहली पारी में एक विकेट लिया था।

हालाँकि, दूसरी पारी में उन्होंने खेल का रुख पलटा और 3/33 विकेट लिए, जिसमें स्टीफन फ्लेमिंग और क्रेग स्पीयरमैन के महत्वपूर्ण विकेट भी शामिल थे, जिससे भारत के लिए आसानी से लक्ष्य हासिल करने का रास्ता साफ हो गया।

2008 में जब भारत को दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सीरीज़ बराबर करने के लिए जीत की जरूरत थी, तो हरभजन ने एक बार फिर इस मौके का फायदा उठाया। पहली पारी में उनके 3/29, जिसमें जैक्स कैलिस का बेशकीमती विकेट भी शामिल था, और दूसरी पारी में मैच जिताऊ गेंदबाज़ी करते हुए 44 रन देकर 4 विकेट लिए।

2009 में कानपुर में उनके अंतिम प्रदर्शन में उन्होंने दोनों पारियों में पांच-पांच विकेट लिए और भारत को श्रीलंका पर पारी और 144 रनों से शानदार जीत दिलाई।

2. अनिल कुंबले – 21 विकेट

2. अनिल कुंबले – 21 विकेट (ICC) 2. अनिल कुंबले – 21 विकेट (ICC)

भारत के हमेशा भरोसेमंद रहे "जंबो" अनिल कुंबले ने ग्रीन पार्क में विपक्षी बल्लेबाज़ों को अपना शिकार बनाते थे। अनुभवी लेग स्पिनर ग्रीन पार्क में 21 विकेट लेकर दूसरे स्थान पर हैं, जहाँ उन्होंने 1996 से 2004 के बीच सिर्फ़ 3 मैचों में अपना जादू बिखेरा और 19.76 की शानदार औसत और 2.23 की इकॉनमी रेट से विकेट चटकाए।

1996 में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ इस मैदान पर उनके पहले टेस्ट में 71 रन देकर 4 विकेट चटकाए और भारत को मजबूत बढ़त दिलाई। इसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में ओपनर एंड्रयू हडसन को आउट किया और भारत ने 280 रन से जीत दर्ज की।

कुंबले का कानपुर में सबसे यादगार पल 1999 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ आया, जहां उन्होंने शानदार 10 विकेट (4/67 और 6/67) लेकर भारत को जीत दिलाई।

2004 में इस मैदान पर अपने अंतिम टेस्ट मैच में सपाट पिच पर संघर्ष करने के बावजूद, कुंबले ने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पहली पारी में 6/131 विकेट लिए, और यह मैच अंततः ड्रॉ पर समाप्त हुआ।

1. कपिल देव – 25 विकेट

1. कपिल देव – 25 विकेट (ICC) 1. कपिल देव – 25 विकेट (ICC)

इस सूची में सबसे ऊपर महान ऑलराउंडर कपिल देव हैं, जिन्होंने ग्रीन पार्क में 7 टेस्ट मैचों में 27.84 की औसत से 25 विकेट लिए। कानपुर में उनका सफर 1979 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ शुरू हुआ, जहां वे ड्रॉ हुए मैच में सिर्फ एक विकेट ले पाए थे।

कपिल की सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी 1979 में देखने को मिली, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ लगातार छह विकेट चटकाए। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ कपिल की तेज गेंदबाज़ी की बदौलत भारत ने 153 रनों से जीत दर्ज की।

तीन साल बाद, 1982 में, उन्होंने एक बार फिर अपनी प्रतिभा दिखाई, इंग्लैंड की एकमात्र पारी में दो विकेट चटकाए, जिससे घरेलू धरती पर उनका दबदबा और मजबूत हुआ।

1983 में, भारत को विश्व कप जिताने के बाद वह कानपुर लौटे और उन्होंने चार विकेट लिए, इस बार शक्तिशाली वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़, जिसमें विवियन रिचर्ड्स और डेसमंड हेन्स के बेशकीमती विकेट शामिल थे।

उन्होंने ग्रीन पार्क में आखिरी यादगार प्रदर्शन 1985 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ किया था, जहां उन्होंने एक बार फिर पहली पारी में चार विकेट चटकाए थे। 1986 में इस मैदान पर अपने आखिरी टेस्ट में उन्होंने श्रीलंका के ख़िलाफ़ ड्रॉ हुए मैच में दो विकेट चटकाए थे।

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Raju Suthar

Raju Suthar

Author ∙ Sep 25 2024, 9:03 AM | 3 Min Read
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