जब भारतीय T20 कप्तान सूर्यकुमार यादव का गेंदबाज़ी एक्शन अवैध पाया गया था
सूर्यकुमार यादव ने तीसरे T20 मैच में श्रीलंका के ख़िलाफ़ शानदार गेंदबाज़ी की (x.com)
सूर्यकुमार यादव ने अपनी कप्तानी के शुरुआती तीसरे T20I मैच में श्रीलंका के ख़िलाफ़ टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाई। अपनी शानदार बल्लेबाज़ी के लिए मशहूर इस क्रिकेटर ने मैच के आखिरी ओवर में खुद को गेंद सौंपी। ये वो वक़्त था जब श्रीलंका को बाकी बची छह गेंदों में सिर्फ छह रन चाहिए थे।
सूर्या ने लगातार गेंदों पर कामिंदु मेंडिस और महेश तीक्षना को आउट करके नाटकीय सुपर-ओवर की स्थिति पैदा कर दी। सुपर ओवर में टीम इंडिया ने अपने दोनों विकेट बरक़रार रखते हुए जीत हासिल की।
SKY की गेंदबाज़ी की कला 'मेन इन ब्लू' के लिए काम आई, लेकिन क्रिकेटर को KKR के लिए खेलने के दिनों में संदिग्ध गेंदबाज़ी एक्शन के लिए BCCI की ओर से बुक किया गया था।
जब सूर्यकुमार यादव की अवैध गेंदबाज़ी एक्शन के लिए रिपोर्ट की गई
अपनी गेंदबाज़ी की बदौलत पल्लेकेले में श्रीलंका को 3-0 से हराकर सीरीज़ जीतने में भारत की मदद करने से क़रीब एक दशक पहले BCCI ने सूर्या के गेंदबाज़ी एक्शन को संदिग्ध पाया था। साल 2014 चैंपियंस लीग T20 फाइनल में CSK के ख़िलाफ़ कोलकाता नाइट राइडर्स फ्रैंचाइज़ के लिए खेलते हुए, सूर्यकुमार ने सुरेश रैना और महेंद्र सिंह धोनी जैसे बल्लेबाज़ों के सामने अपनी पार्ट-टाइम स्पिन गेंदबाज़ी की थी।
हालांकि, उस वक़्त मैदानी अंपायर रॉड टकर और कुमार धर्मसेना के साथ-साथ तीसरे अंपायर एस रवि को लगा कि सूर्या की कोहनी में फ्लेक्स एक्शन तय सीमा से ज़्यादा है। इसके बाद मैच अधिकारियों ने उन्हें 'चेतावनी सूची' में डाल दिया।
बहरहाल, सूर्यकुमार यादव ने मार्च 2021 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया, हालांकि एक तब वो एक शुद्ध बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में शामिल हुए। अब तक, क्रिकेटर ने एक टेस्ट, 37 वनडे और 71 T20 मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है। जुलाई 2024 में, वह वेस्टइंडीज़ में 2024 T20 विश्व कप में विजयी भारतीय टीम का हिस्सा बने।