जब भारत ने आख़िरी बार T20 विश्व कप फाइनल खेला था तो क्या हुआ था?
संगकारा 2014 के फाइनल में श्रीलंका के हीरो बनकर उभरे। (X)
टीम इंडिया एक और ICC टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गई है। 27 जून को गुयाना में सेमीफाइनल में गत चैंपियन इंग्लैंड को हराने के बाद, भारत 29 जून को बारबाडोस में T20 विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ़्रीका से भिड़ेगा। यह पिछले 12 महीनों में ICC इवेंट में भारत तीसरा फाइनल है। पिछले साल, भारत ने दो फाइनल खेले और दोनों में हार का सामना किया, दोनों हार ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मिली थी।
भारत को कोई बड़ी ICC ट्रॉफी जीते हुए एक दशक से ज़्यादा हो गया है और एक बार फिर वे ख़िताब जीतने के क़रीब हैं। बारबाडोस में, भारत अपने 13वें ICC टूर्नामेंट के फ़ाइनल में 29 जून, 2024 को दक्षिण अफ़्रीका से भिड़ेगा।
यह भारत का तीसरा टी20 विश्व कप फाइनल होगा। पहला 2007 में था, जब भारत ने T20 विश्व कप के उद्घाटन संस्करण में पाकिस्तान को हराकर ख़िताब जीता था। आख़िरी बार उन्होंने 2014 में बांग्लादेश के ढाका में श्रीलंका के ख़िलाफ़ T20 विश्व कप फाइनल खेला था।
इस महत्वपूर्ण फाइनल में भारत को दक्षिण अफ़्रीका से खेलना है, तो आइए 2014 में भारत और श्रीलंका के बीच हुए अंतिम T20 विश्व कप फाइनल पर एक नज़र डालते हैं।
T20 विश्व कप 2014 फाइनल: भारत बनाम श्रीलंका
बांग्लादेश के धीमे, कम ऊंचाई वाले विकेटों पर भारत ने सभी टीमों पर दबदबा बनाया और पूरे टूर्नामेंट में उनके स्पिनरों ने कमाल दिखाया। उन्होंने श्रीलंका का सामना किया जिसे 2011 विश्व कप फाइनल के रीमैच के रूप में देखा गया।
टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया। भारत ने अजिंक्य रहाणे का विकेट जल्दी खो दिया, लेकिन रोहित शर्मा और विराट कोहली ने पारी को संभाल लिया। हालांकि, जब रोहित 29 रन बनाकर आउट हो गए, तो युवराज सिंह आए और अपनी लय हासिल करने के लिए संघर्ष करते हुए 21 गेंदों पर सिर्फ 11 रन बनाए।
युवराज की इस पारी ने भारतीय पारी की रन गति को को रोक दिया था। भारत निर्धारित 20 ओवरों में केवल 130 रन ही बना सका।
भारतीय गेंदबाज़ ने लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज़ कुसल परेरा और तिलकरत्ने दिलशान को जल्दी आउट कर दिया। हालांकि, श्रीलंका के अनुभवी कुमार संगकारा की धैर्यपूर्ण अर्धशतकीय पारी (52*) ने उनकी टीम को जीत दिलाई।
35 गेंदों पर उनकी नाबाद 52 रन की पारी दबाव से निपटने और प्रभावी स्ट्रोक खेलने का एक मास्टरक्लास था। संगकारा की शांत और आश्वस्त पारी ने श्रीलंका को अपना पहला T20 विश्व कप ख़िताब दिलाया, जिसमें उन्होंने छह विकेट और 13 गेंद शेष रहते जीत हासिल की।