[वीडियो] कैसे 2011 WC में कनाडा बनाम पाक का एक सामान्य सा मैच, इन खिलाड़ियों के टकराव के चलते बना यादगार मुक़ाबला?
विश्व कप 2011 के दौरान कनाडा-पाकिस्तान का मुकाबला (x.com)
हालाँकि पाकिस्तान और कनाडा ने अब तक केवल तीन मैच खेले हैं - 1 टी20I मैच और 2 एकदिवसीय मैच, लेकिन इन दोनों टीमों के इतिहास को देखते हुए यह एक महान प्रतिद्वंद्विता बन सकती है।
इन दोनों टीमों के बीच साल 2011 T20 विश्व कप के दौरान आखिरी बार खेला गया वनडे मैच एक नाटकीय विवाद के चलते बदनाम हो गया था।
3 मार्च 2011 को कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में एक सामान्य सा माना जाने वाला मैच, गलत वजहों के चलते एक यादगार मुकाबला बन गया। कनाडा के बालाजी राव के साथ पाकिस्तान के उमर गुल और अहमद शहजाद के बीच हुई झड़प को देखकर दुनिया भर के प्रशंसक दंग रह गए।
मैच के दौरान गुल और शहजाद ने उस समय बल्लेबाजी कर रहे बालाजी को उकसाया। शहजाद ने जब भड़काऊ टिप्पणी की तो तनाव और बढ़ गया, जिसके बाद राव ने हताश होकर अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
टकराव तब शुरू हुआ जब बालाजी ने गुल की कई गेंदों पर आक्रामक रुख अपनाया और उनमें से अधिकांश गेंदें खाली गईं।
तनाव बढ़ने के साथ ही गुल और बालाजी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मामला तब और बिगड़ गई जब पॉइंट पर फील्डिंग कर रहे शहजाद ने भी भड़काऊ टिप्पणी कर दी। चेन्नई में जन्मे तमिल भाषी बालाजी शहजाद की नस्लवादी टिप्पणियों से और भड़क गए।
जवाब में बालाजी ने शहजाद को पंजाबी में अपशब्द कहे जिससे दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। जैसे-जैसे गुस्सा बढ़ता गया राव ने शहजाद पर तीखे शब्दों की बौछार जारी रखी। अपने टकराव के अंदाज के लिए जाने जाने वाले शहजाद पर बिना किसी हिचकिचाहट के राव ने पलटवार किया।
यह टकराव तेज़ी से बढ़ता गया जिसके चलते अंपायरों को बीच बचाव करते हुए खेल को रोकना पड़ा ताकि माहौल ठीक हो सके। मैदानी अंपायर ने शहजाद को चेतावनी दी, लेकिन सीनियर खिलाड़ी यूनुस खान अंपायर की चेतावनी के खिलाफ उनके बचाव में उतर आए।