OTD: जब 16 साल के शाहिद अफ़रीदी ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ 37 गेंदों में शतक जड़कर बनाया ऐतिहासिक रिकॉर्ड
शाहिद अफरीदी ने 1996 में एक तूफानी पारी खेलकर तीसरा सबसे तेज वनडे शतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया (@TheHeavyTrainer/X.com)
आज ही के दिन, 28 साल पहले, 4 अक्टूबर को पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफ़रीदी ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ एकदिवसीय मैच में रिकॉर्ड तोड़ शतक लगाकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। 1996 केसीए सेन्टेनरी टूर्नामेंट के दौरान अफ़रीदी ने सिर्फ़ 37 गेंदों में अपना शतक पूरा किया था, जो लंबे वक़्त तक वनडे क्रिकेट का सबसे तेज़ शतक रहा।
1996 में, केसीए सेन्टेनरी टूर्नामेंट में पाकिस्तान, श्रीलंका, दक्षिण अफ़्रीका और केन्या की टीमें चार टीमों के एक अनोखे प्रारूप में शामिल थीं। नैरोबी में श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच हुए मुक़ाबले में शाहिद अफ़रीदी ने रिकॉर्ड तोड़ शतक जड़ा।
जब अफ़रीदी ने महज़ 16 साल की उम्र में खेली ऐतिहासिक पारी
टॉस हारने के बाद पाकिस्तान को पहले बल्लेबाज़ी के लिए बुलाया गया। अफ़रीदी तीसरे नंबर पर क्रीज़ पर उतरे। पाकिस्तान के कप्तान सईद अनवर ने एक छोर संभाले रखा, जबकि अफ़रीदी ने आक्रामक पारी खेली और सिर्फ 40 गेंदों पर 102 रन बनाए, जिसमें छह चौके और 11 छक्के शामिल थे। अफ़रीदी और अनवर ने मिलकर 126 रनों की साझेदारी की, जिसकी बदौलत पाकिस्तान ने 50 ओवर में 371/9 का मज़बूत स्कोर खड़ा किया।
अफ़रीदी ने मात्र 37 गेंदों में शतक बनाया, जो उस समय का सबसे तेज़ वनडे शतक था। उनका रिकॉर्ड 18 साल तक चुनौती बना रहा, लेकिन 2014 में न्यूज़ीलैंड के कोरी एंडरसन ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 36 गेंदों में शतक बनाकर इसे पीछे छोड़ दिया। एक साल बाद, दक्षिण अफ़्रीका के एबी डिविलियर्स ने इसी प्रतिद्वंद्वी के ख़िलाफ़ 31 गेंदों में शतक बनाकर इतिहास को नए सिरे से लिखा।
उस दिन शाहिद अफ़रीदी ने एक और रिकॉर्ड बनाया, वह मात्र 16 वर्ष और 217 दिन की उम्र में एकदिवसीय शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गये।
इस बीच, जवाब में श्रीलंका की बल्लेबाज़ी शुरू में संघर्ष करती दिखी और टीम ने 27 रन पर ही चार विकेट खो दिए। अरविंदा डी सिल्वा और कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कुछ प्रतिरोध किया, लेकिन श्रीलंका अंततः रन का पीछा करने में नाकाम रह गया।
इस प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण निस्संदेह शाहिद अफ़रीदी थे, क्योंकि यह एक असाधारण विरासत की शुरुआत थी जो आज भी पाकिस्तान क्रिकेट में बेजोड़ है।