यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ शतक लगाकर बनाई इस विशेष सूची में जगह
यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल [Source: @thephilliphere/X.com]
यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल ने 20 जून, 2025 को इतिहास रच दिया, जब दोनों ने भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले, लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट के पहले दिन शतक जड़े। ऐसा करके, यह जोड़ी उन भारतीय बल्लेबाज़ों के एक विशिष्ट समूह का हिस्सा बन गई, जिन्होंने विदेशी टेस्ट दौरे के पहले दिन शतक जड़े हैं।
गिल की कप्तानी में भारत के टेस्ट क्रिकेट के नए युग की शुरुआत शानदार तरीके से हुई। टॉस हारने के बाद मेहमान टीम को पहले बल्लेबाज़ी करने का न्योता मिला और सलामी बल्लेबाज़ जयसवाल ने केएल राहुल के साथ मिलकर 91 रनों की शानदार ओपनिंग साझेदारी की।
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ लीड्स टेस्ट के पहले दिन जयसवाल-गिल का जलवा
यशस्वी जयसवाल ने शरीर पर चोट लगने और ऐंठन से जूझने के बावजूद शतक जड़ा। उन्होंने 159 गेंदों पर 101 रन बनाए, लेकिन बेन स्टोक्स ने उन्हें आउट कर दिया।
हालांकि, इंग्लैंड की मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब कप्तान शुभमन गिल ने नंबर 4 पर आकर अपनी छाप छोड़ी। भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में गिल ने महज 140 गेंदों पर शतक जड़ दिया। पहले दिन स्टंप्स की घोषणा होने तक वह 127 रन बनाकर नाबाद रहे।
इस बीच, यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल विदेशी दौरे के पहले दिन ट्विन शतक लगाने वाली तीसरी भारतीय जोड़ी बन गई है।
दौरे के पहले दिन शतक बनाने वाले दो भारतीय बल्लेबाज़:
- सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग बनाम दक्षिण अफ़्रीका, ब्लोमफोंटेन, 2001
- शिखर धवन धवन और चेतेश्वर पुजारा बनाम श्रीलंका, गॉल, 2017
- यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल बनाम इंग्लैंड, हेडिंग्ले, 2025
भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा सिर्फ़ दो बार हुआ है। पहली बार 2001 में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ ब्लोमफोंटेन में शतक बनाए थे। सहवाग ने उस मैच में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और दोनों खिलाड़ियों ने भारत को सीरीज़ में मज़बूत शुरुआत दिलाई थी।
दूसरा उदाहरण 2017 में हुआ जब भारत ने श्रीलंका का दौरा किया। शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा ने गॉल में पहले दिन शतक जड़े।
अब, 2025 में, जयसवाल और गिल ने इस अवसर का लाभ उठाया। जयसवाल ने शानदार शतक के साथ अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखा, जबकि गिल ने टेस्ट कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में परिपक्वता और आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए अपने तीन अंक पूरे किए। दोनों ने मिलकर भारत को पहले दिन स्टंप तक 359/3 का मजबूत स्कोर बनाने में मदद की।