भारत को तोहफ़े में अपना विकेट दे चलते बने मिचेल मार्श, अंपायर की ग़लती को नहीं भांप सका कंगारू खिलाड़ी
मिशेल मार्श बिना किसी चुनौती के मैदान से बाहर चले गए [स्रोत: @cricketcomau/x]
भारत के ख़िलाफ़ दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई पारी के 64वें ओवर में मैदानी अंपायर द्वारा आउट दिए जाने के बाद मिशेल मार्श मैदान से बाहर चले गए। चोट से उबरने के बाद एडिलेड ओवल में अपनी टीम के लिए खेलते हुए मार्श ने धीमी गति से नौ रन बनाए और रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों में लपके गए।
जैसा कि बाद में पता चला, टेलीविज़न रिप्ले में बल्ले और गेंद के बीच का अंतर दिखाया गया। फिर भी, ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर अंपायर के फ़ैसले को चुनौती दिए बिना ही मैदान से बाहर चले गए।
बिना रिव्यू लिए मैदान से बाहर चले गए मार्श
छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरे मार्श ने 168/4 के स्कोर पर अर्धशतक जड़ने वाले मार्नस लाबुशेन के आउट होने के बाद क्रीज़ पर कदम रखा। 33 वर्षीय मार्श ने 26 गेंदों पर सिर्फ नौ रन बनाए और इस दौरान उन्होंने ट्रेविस हेड के साथ 40 रन की साझेदारी की, लेकिन दिग्गज भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर पंत के दस्तानों में लपके गए।
भारतीय खिलाड़ियों ने आधे मन से अपील की, मार्श ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़े, जिससे मैदानी अंपायर ने उन्हें 'आउट' क़रार दे दिया। हालांकि, बाद में टेलीविज़न रिप्ले में बल्ले और गेंद के बीच काफी अंतर दिखा।
दिलचस्प बात ये है कि उस समय आस्ट्रेलियाई टीम के पास डीआरएस रिव्यू का विकल्प था, लेकिन मार्श अंपायर के विवादास्पद निर्णय को चुनौती दिए बिना ही मैदान से बाहर चले गए।
बताते चलें कि पारी के छह ओवर पहले ही मिचेल को एलबीडब्लू कॉल से बचा लिया गया था, वह भी अश्विन के ही ख़िलाफ़। इस फैसले के कारण भारतीय दिग्गज विराट कोहली को अंपायर के साथ कुछ मौखिक बहस भी करनी पड़ी ।
मार्श के बल्लेबाज़ी संघर्ष और उनके खराब विकेट के बावजूद, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरे दिन के मध्य तक टीम इंडिया पर पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल कर ली। लाबुशेन ने पहले दिन के आखिरी सत्र में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की गेंदों का सामना करते हुए 64 रनों की पारी खेली, जबकि भारत के चिर-प्रतिद्वंद्वी ट्रैविस हेड ने 111 गेंदों पर शतक बनाया।
इससे पहले इसी मैच में, मिशेल स्टार्क ने अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट आंकड़े 6-48 हासिल किए, जिससे मेहमान कप्तान रोहित शर्मा के पहले बल्लेबाज़ी करने के फैसले के बाद पूरी भारतीय पारी सिर्फ 180 रन पर सिमट गई थी।