मार्को यान्सन की घातक गेंदबाज़ी की बदौलत 21वीं सदी का तीसरा सबसे कम टेस्ट स्कोर दर्ज किया श्रीलंका ने
मार्को जेनसन ने पहले टेस्ट में श्रीलंकाई टीम को धूल चटा दी [स्रोत: @CricUniverse7/x.com]
श्रीलंका और दक्षिण अफ़्रीका के बीच डरबन के किंग्समीड में दो मैचों की सीरीज़ का पहला टेस्ट खेला जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह रही कि श्रीलंका की टीम पहली पारी में सिर्फ 42 रन पर ढ़ेर हो गई।
अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ मार्को यान्सन ने मात्र 6 ओवर में 13 रन देकर पांच विकेट चटकाए और श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों की तकनीक की कमी सामने आ गई। बताते चलें कि 21वीं सदी में ये अब तक का सबसे कम टेस्ट स्कोर है।
21वीं सदी में सबसे कम टेस्ट स्कोर के मामले में श्रीलंका तीसरे स्थान पर
टीम | बनाम | स्कोर | कार्यक्रम का स्थान |
---|---|---|---|
भारत | ऑस्ट्रेलिया | 36 | एडीलेड |
आयरलैंड | इंग्लैंड | 38 | लॉर्ड्स |
श्रीलंका | दक्षिण अफ़्रीका | 42 | डरबन |
तालिका - 21वीं सदी में टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर
वैसे तो यह 21वीं सदी में श्रीलंका का सबसे कम स्कोर है, लेकिन 2000 के बाद सबसे कम टेस्ट स्कोर की बात करें तो यह तीसरे नंबर पर है। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भारत का 36 रन पर ऑलआउट होना इस मामले में शीर्ष पर है।
कम स्कोर वाली प्रतियोगिता
श्रीलंका और दक्षिण अफ़्रीका के बीच यह टेस्ट मैच कम स्कोर वाला रहा। पहली पारी में अफ़्रीकी टीम 191 रन पर ढ़ेर हो गई, जिसमें असिथा फर्नांडो और लाहिरू कुमारा ने छह विकेट लिए।
जवाब में जब श्रीलंका बल्लेबाज़ी करने उतरा तो एशियाई बल्लेबाज़ दक्षिण अफ्रीकी तेज़ गेंदबाज़ों की गति और उछाल के सामने पूरी तरह से बेबस नज़र आए। मार्को यान्सन ने शानदार गेंदबाज़ी की और 6.5 ओवर में सिर्फ 13 रन देकर श्रीलंकाई टीम के सात विकेट चटकाए। इस तरह श्रीलंका की पूरी टीम 42 रन पर ढ़ेर हो गई और मेज़बान टीम को 149 रन की बढ़त मिल गई।