IND-W बनाम NZ-W महिला विश्व कप मुक़ाबले के दौरान टूटे सभी रिकॉर्ड्स की सूची
स्मृति मंधाना ने मनाया शतक [स्रोत: @moin_saraf/X.com]
भारतीय महिला टीम ने डकवर्थ लुईस नियम के तहत 53 रनों से बड़ी जीत हासिल करके महिला विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में जगह बना ली। यह जीत भारतीय महिला टीम के लिए बेहद अहम थी, क्योंकि इसे हारने का मतलब था कि इस साल के टूर्नामेंट के लिए उनकी सारी उम्मीदें खत्म हो जातीं।
फिर भी, स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल के साथ-साथ जेमिमाह रोड्रिग्स की सधी हुई बल्लेबाज़ी ने भारत को बोर्ड पर एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में मदद की, जिसे न्यूज़ीलैंड-वेस्टइंडीज़ की टीम शुरुआती झटकों के बाद हासिल नहीं कर पाई। व्हाइट फर्न्स को हराने के साथ ही, वीमेन इन ब्लूज़ ने कई बड़े रिकॉर्ड भी बनाए। आइए उन सभी पर एक नज़र डालते हैं।
1) महिला वनडे में सर्वाधिक प्लेयर ऑफ द मैच पुरस्कार
स्टेफनी टेलर (28 - वेस्टइंडीज़) अभी भी महिला एकदिवसीय मैचों में सबसे ज़्यादा प्लेयर ऑफ़ द मैच (POTM) हासिल करने की वैश्विक सूची में सबसे ऊपर हैं, उनके बाद मिताली राज (20 - भारत) का स्थान है। स्मृति मंधाना अब न्यूज़ीलैंड महिला टीम के ख़िलाफ़ अपनी शानदार पारी के बाद 18 प्लेयर ऑफ़ द मैच पुरस्कारों के साथ इस सूची में शामिल हो गई हैं।
2) एक सलामी बल्लेबाज़ द्वारा सर्वाधिक व्यक्तिगत एकदिवसीय रन
स्मृति मंधाना के अब महिला वनडे में सलामी बल्लेबाज़ के रूप में 5,194 रन हो गए हैं, जिससे उन्होंने न्यूज़ीलैंड की सूज़ी बेट्स (5,089) को पीछे छोड़ दिया है। इस तरह वह महिला वनडे इतिहास में इस भूमिका में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं।
3) महिला एकदिवसीय विश्व कप में 600 से अधिक मैच
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच हुए मैच में कुल मिलाकर 611 रन बने, जिससे यह विश्व कप के शीर्ष पाँच सर्वाधिक स्कोर वाले मैचों में शामिल हो गया। यह एक रोमांचक मुक़ाबला था जिसमें दोनों टीमों ने आक्रामक बल्लेबाज़ी और शानदार फील्डिंग का प्रदर्शन किया।
4) विश्व कप की एक पारी में भारत के लिए फील्डर के रूप में सर्वाधिक कैच
स्मृति मंधाना ने तीन कैच लेकर डायना एडुल्जी (1993), झूलन गोस्वामी (2017) और हरमनप्रीत कौर (2022) के रिकॉर्ड की बराबरी की। फील्डिंग में उनकी सजगता ने महत्वपूर्ण पलों को भारत के लिए विकेटों में बदल दिया। इस प्रदर्शन ने न केवल एक बल्लेबाज़ के रूप में, बल्कि एक शीर्ष-स्तरीय फील्डर के रूप में भी उनकी महत्ता को पुष्ट किया।
5) महिला एकदिवसीय मैचों में भारत के लिए फील्डर के रूप में सर्वाधिक कैच
स्मृति मंधाना के अब तक 38 कैच हो चुके हैं, जिससे वह भारत की सर्वश्रेष्ठ फील्डर में से एक हैं। वह झूलन गोस्वामी (69), हरमनप्रीत कौर (66) और मिताली राज (64) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। कड़े मुक़ाबलों और भारत के पक्ष में मैच पलटने वाले मैचों में फील्डिंग में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
6) महिला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक
स्मृति मंधाना के अब 17 शतक हो गए हैं, जिससे वह विश्व स्तर पर शीर्ष पर मेग लैनिंग की बराबरी कर चुकी हैं। अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने की उनकी क्षमता वनडे प्रारूप में उनके दबदबे को दर्शाती है। न्यूज़ीलैंड और वेस्टइंडीज़ के बीच शतक लगाने के बाद, वह महिला क्रिकेट में सबसे ज़्यादा शतक लगाने वाली खिलाड़ियों में से एक बन गई हैं।
7) भारत बनाम न्यूज़ीलैंड के लिए महिला एकदिवसीय मैचों में सर्वोच्च पारी का स्कोर
भारत ने 340/3 का स्कोर बनाया, जो न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ उसका सर्वोच्च स्कोर था, पिछले मुक़ाबलों के 279/10 और 270/6 के स्कोर को पार कर गया। यह पारी पारी को गति देने और ज़रूरत पड़ने पर आक्रामक होने का एक बेहतरीन उदाहरण थी। हर बल्लेबाज़ ने इस बड़े स्कोर में योगदान दिया, जिससे भारत की बल्लेबाज़ी लाइनअप की गहराई का पता चलता है।
8) महिला एकदिवसीय विश्व कप में भारत के लिए सर्वोच्च पारी का स्कोर
आज का 340/3 स्कोर विश्व कप इतिहास में भारत का सर्वोच्च स्कोर है। यह 2025 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 330/10 और 2022 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 317/8 के स्कोर को पीछे छोड़ देता है। ये स्कोर विश्व कप मुक़ाबलों में भारत के बढ़ते दबदबे को दर्शाते हैं।
9) महिला वनडे विश्व कप में भारत के लिए सबसे तेज़ अर्धशतक
जेमिमाह रोड्रिग्स ने 38 गेंदों में 50 रन पूरे किए, जो विश्व कप इतिहास के सबसे तेज़ अर्धशतकों में से एक है। इस तरह की तेज़ शुरुआत ने विपक्षी टीम पर तुरंत दबाव बना दिया। इससे भारत पूरी पारी के दौरान तेज़ रन रेट बनाए रखने में क़ामयाब रहा।
10) एक कैलेंडर वर्ष में एक टीम के लिए सर्वाधिक व्यक्तिगत शतक (वनडे)
भारत के पास अब 2025 तक 10 शतक लगाने का रिकॉर्ड है, जो किसी भी टीम द्वारा एक साल में लगाए गए सबसे ज़्यादा शतकों का रिकॉर्ड है। यह टीम की आक्रामक मानसिकता और बल्लेबाज़ी की गहराई को दर्शाता है। कई खिलाड़ियों के शतकों ने इस साल भारत को एक मज़बूत टीम बना दिया है।
11) महिला एकदिवसीय मैचों में किसी भी विकेट के लिए सर्वाधिक 200+ साझेदारियां
मंधाना और प्रतीका रावल ने भारत के लिए अपनी चौथी 200+ की साझेदारी दर्ज की, जो एक रिकॉर्ड है। इस तरह की लंबी साझेदारियाँ स्थिरता प्रदान करती हैं और साथ ही स्कोरिंग में तेज़ी भी लाती हैं। ये साझेदारियाँ टीम में भविष्य की बल्लेबाज़ जोड़ियों के लिए एक मानक भी स्थापित करती हैं।
12) महिला वनडे विश्व कप 2025 में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी
मंधाना और प्रतीका रावल ने पहले विकेट के लिए 212 रनों की साझेदारी की, जो टूर्नामेंट की सबसे बड़ी साझेदारी थी। उनके दबदबे ने भारत को बड़े स्कोर तक पहुँचाया और यह सुनिश्चित किया कि टीम कभी पीछे मुड़कर न देखे। दोनों ने न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ी आक्रमण को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।
13) महिला वनडे विश्व कप में सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी
212 रनों की यह साझेदारी अब विश्व कप इतिहास में भारत की सर्वोच्च और ऐतिहासिक रूप से चौथी सबसे बड़ी साझेदारी है। यह वैश्विक टूर्नामेंटों में भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। ऐसी साझेदारियाँ पारी की शुरुआत में भारत को मज़बूत गति प्रदान करती हैं।
14) महिला वनडे विश्व कप में सलामी बल्लेबाज़ के रूप में सर्वाधिक शतक
स्मृति मंधाना के नाम अब विश्व कप में बतौर ओपनर 3 शतक हो गए हैं। यह उपलब्धि शुरुआत से ही गेंदबाज़ों पर हावी होने की उनकी क्षमता को दर्शाती है। शीर्ष क्रम में उनकी निरंतरता भारत को नियमित रूप से बड़े स्कोर बनाने में मदद करती है।
15) महिला वनडे में एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक शतक
मंधाना के 2025 तक 5 शतक हैं, जो इस साल दुनिया भर में संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा हैं। यह उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ फ़ॉर्म और लगातार रन बनाने की क्षमता को दर्शाता है। वह आधुनिक महिला बल्लेबाज़ी के लिए मानक स्थापित करती रहेंगी।
16) महिला वनडे में एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक छक्के
मंधाना ने 2025 में 29 छक्के लगाए, जो इस साल दुनिया भर में सबसे ज़्यादा है। उनका आक्रामक अंदाज़ फ़ील्ड प्लेसमेंट को बढ़ाता है और रन बनाने के मौक़े बनाता है। यह मारक क्षमता भारत की बल्लेबाज़ी रणनीति में एक नया आयाम जोड़ती है।
17) महिला एकदिवसीय मैचों में सबसे तेज़ 1,000 रन (पारी के हिसाब से)
प्रतीका रावल ने 23 पारियों में 1,000 रन पूरे किए, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ के लिए सबसे तेज़ और दुनिया में संयुक्त रूप से सबसे तेज़ है। उनकी तेज़ रन बनाने की गति शीर्ष क्रम में मंधाना के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। रावल की निरंतरता ने उन्हें भारतीय टीम की सबसे रोमांचक प्रतिभाओं में से एक बना दिया है।

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