ग्राहम थोर्प को श्रद्धांजलि देने के लिए हेडबैंड के साथ मैदान पर उतरे इंग्लैंड के खिलाड़ी
इंग्लैंड क्रिकेट टीम [Source: @HashTagCricket/X.com]
लंदन के द ओवल में इंग्लैंड और भारत के बीच पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन, हैरी ब्रुक, बेन डकेट, जो रूट जैसे कई इंग्लैंड के खिलाड़ी और कई फ़ैंस सफेद हेडबैंड पहने हुए देखे गए।
यह सिर्फ़ एक फ़ैशन चॉइस नहीं था, बल्कि इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर ग्राहम थोर्प को उनके 56वें जन्मदिन पर एक श्रद्धांजलि थी। ये हेडबैंड थोर्प के परिवार ने डिज़ाइन किए थे और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और धन जुटाने के लिए बेचे जा रहे हैं, और इससे होने वाली सारी आय चैरिटी माइंड को जाएगी।
श्रद्धांजलि समारोह को "अ डे फ़ॉर थोर्प" नाम दिया गया था और यह थोर्प की स्मृति को सम्मानित करने और मानसिक स्वास्थ्य संघर्षों का सामना कर रहे लोगों, साथ ही उनके प्रियजनों को समर्थन देने के लिए आयोजित किया गया था।
ग्राहम थोर्प को क्या हुआ था?
ग्राहम थोर्प एक बेहद लोकप्रिय इंग्लिश क्रिकेटर थे, जिन्होंने इंग्लैंड के लिए 100 टेस्ट मैच खेले और सरे के लिए 17 साल बिताए। दुर्भाग्य से, पिछले साल 4 अगस्त को सरे में एक ट्रेन की चपेट में आने से उनका निधन हो गया। उनके परिवार ने बाद में बताया कि वह मेंटल हेल्थ से जूझ रहे थे और उन्होंने आत्महत्या की।
उनकी बेटी किट्टी ने उन्हें बड़े प्यार से याद किया: " वह दयालु और फ़नी थे, और उन्होंने मुझे सिखाया कि दूसरों के साथ सम्मान से कैसे पेश आना चाहिए।"
इस बीच, मैच की बात करें तो इंग्लैंड इस समय सीरीज़ में 2-1 से आगे है और जीत के इरादे से उतर रहा है, जबकि भारत एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी बराबर करने की कोशिश में है। पहले दिन इंग्लैंड ने मज़बूत शुरुआत की और भारत पर शुरुआत में ही दबाव बना दिया। लेकिन 50 रन बनाकर नाबाद रहे करुण नायर और वाशिंगटन सुंदर ने एक मज़बूत साझेदारी करके भारत को वापसी दिलाई।
टीम में एक और मौका मिलने पर करुण नायर ने इसका पूरा फायदा उठाया और समझदारी से खेलते हुए, खराब गेंदों पर रन बटोरे और सीरीज़ का अपना पहला अर्धशतक जड़ा। सुंदर ने उनका अच्छा साथ दिया और दोनों ने मिलकर भारत को पहले दिन का अंत अच्छी स्थिति में पहुँचाया।
लेकिन दूसरे दिन, चीज़ें तेज़ी से बिगड़ने लगीं। इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों ने शुरुआत में ही नायर और सुंदर दोनों को आउट कर दिया, और फिर भारत के बाकी बल्लेबाज़ों को भी जल्दी ही ढेर कर दिया। भारत सिर्फ़ 224 रनों पर ऑल आउट हो गया। गस एटकिंसन सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ रहे, जिन्होंने सिर्फ़ 33 रन देकर 5 विकेट लिए।