क्या मिचेल स्टार्क ने तोड़ा शोएब अख़्तर का रिकॉर्ड? भारत के ख़िलाफ़ 176.5 kph की रफ्तार से गेंद फेंकने का सच
मिचेल स्टार्क [Source: @141Adelaide_, @footprint_r/X.com]
ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क ने पर्थ में भारत के ख़िलाफ़ पहले वनडे मैच में क्रिकेट जगत को चौंका दिया। उनकी एक गेंद अविश्वसनीय 176.5 किमी/घंटा की रफ़्तार से आई, लेकिन हक़ीक़त कुछ और ही थी।
यह घटना मैच के पहले ही ओवर में घटी जब स्टार्क ने भारतीय पूर्व कप्तान रोहित शर्मा को गेंदबाज़ी की।
स्पीड गन ने 176.5 किमी/घंटा की रफ़्तार दिखाई, और सोशल मीडिया पर कुछ ही सेकंड में हलचल मच गई। प्रशंसकों को अपनी आँखों पर यकीन नहीं हो रहा था। क्या स्टार्क ने वाकई क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज़ गेंद फेंकी थी?
मिचेल स्टार्क की 176.5 किमी/घंटा की रफ्तार वाली गेंद के पीछे का सच
उल्लेखनीय है कि सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकार्ड वर्तमान में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज़ शोएब अख़्तर के नाम है, जिन्होंने 2003 विश्व कप में 161.3 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी थी।
हालांकि, कुछ ही मिनटों में मैच का रोमांच ठंडा पड़ गया। मैच अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह स्पीड गन की खराबी थी, कोई नया विश्व रिकॉर्ड नहीं।
स्क्रीन पर जो आंकड़ा दिख रहा था वह एक तकनीकी गड़बड़ी थी, और स्टार्क की गेंद वास्तव में उनकी सामान्य 140-150 किमी/घंटा की गति सीमा में थी।
मिचेल स्टार्क का पहला ओवर [Source: @footprint_r/X.com]
हालांकि यह रिकॉर्ड असली नहीं था, फिर भी मिचेल स्टार्क ने आक्रामक और प्रभावी प्रदर्शन किया। उन्होंने विराट कोहली को शून्य पर आउट करते हुए एकमात्र विकेट लिया, जो भारतीय सुपरस्टार का ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहला वनडे शून्य था।
रोहित शर्मा का विकेट सिर्फ़ 8 रन पर गंवाने के बाद पहले से ही संघर्ष कर रही भारतीय टीम का स्कोर सातवें ओवर में 21/2 हो गया। सिर्फ़ केएल राहुल (38) और अक्षर पटेल (31) ही उल्लेखनीय योगदान दे पाए।
बारिश के कारण मैच को 26 ओवर का कर दिया गया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ों ने परिस्थितियों का भरपूर फायदा उठाया।
भारत ने 136/9 का स्कोर बनाया, लेकिन डकवर्थ लुईस नियम के तहत कंगारू टीम को लक्ष्य सिर्फ़ 131 रनों का मिला जिसे मेज़मान टीम ने आसानी से हासिल कर दिया।