क्या भारत का T20I मैचों से 7 महीने का लंबा गैप उसके एशिया कप 2025 अभियान को प्रभावित करेगा? जानें...


भारत एशिया कप 2025 में अपना पहला मैच यूएई से खेलेगा [स्रोत: @BCCI/x.com] भारत एशिया कप 2025 में अपना पहला मैच यूएई से खेलेगा [स्रोत: @BCCI/x.com]

उल्टी गिनती खत्म हो गई है। एशिया कप 2025 आज से दुबई और अबू धाबी में शुरू हो रहा है, जिसमें आठ टीमें महाद्वीपीय वर्चस्व के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।

टूर्नामेंट के इतिहास में आठ ख़िताबों के साथ सबसे सफल टीम भारत एक बार फिर प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा। सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में, मेन इन ब्लू टीम काग़ज़ पर विश्वस्तरीय बल्लेबाज़ों, बेहतरीन स्पिनरों और तेज़ गेंदबाज़ों से सजी हुई दिखती है।

लेकिन यहाँ पेच है। यह T20 अंतरराष्ट्रीय टीम सात महीने से ज़्यादा समय से एक साथ नहीं खेली है। और ऐसे प्रारूप में जहाँ कौशल के साथ-साथ लय और गति भी उतनी ही मायने रखती है, यह एक मुश्किल पल साबित हो सकता है।

भारत की एशिया कप टीम पर एक नज़र

सूर्यकुमार यादव कप्तान हैं और शुभमन गिल उप-कप्तान। बल्लेबाज़ी क्रम में अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह और मध्यक्रम में हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे और अक्षर पटेल जैसे भरोसेमंद विकल्प शामिल हैं। विकेटकीपर के रूप में जितेश शर्मा और संजू सैमसन दो विकेटकीपर हैं।

जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव और हर्षित राणा की गेंदबाज़ी टीम बेहद मज़बूत नज़र आ रही है। कागज़ों पर, यह हर कसौटी पर खरी उतरती है।

लंबे अरसे बाद T20I खेलेगी टीम इंडिया

भारत ने आख़िरी बार फरवरी में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू मैदान पर T20 मैच खेला था, जिसमें उसने 4-1 से सीरीज़ जीती थी। अभिषेक शर्मा रन बनाने वालों की सूची में सबसे ऊपर थे और वरुण चक्रवर्ती ने सबसे ज़्यादा विकेट लिए थे। उसके बाद से, टीम का ध्यान वनडे, टेस्ट और IPL पर ही रहा है।

पहले दुबई में चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीत, फिर दो महीने तक IPL का धमाल और फिर इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पाँच टेस्ट मैचों की रोमांचक सीरीज़। अब, सात महीने बाद, भारतीय टीम को फिर से T20I की लय में लौटने को कहा गया है। यह कहना जितना आसान है, करना उतना ही मुश्किल। 

मैच अभ्यास मायने रखता है

जहाँ भारत अपने प्रारूपों में विविधता लाने में व्यस्त था, वहीं उसके प्रतिद्वंद्वी अपने T20 अंतरराष्ट्रीय खेल को निखार रहे थे। हाल ही में पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात के बीच त्रिकोणीय सीरीज़ में मुक़ाबला हुआ। बांग्लादेश ने श्रीलंका और पाकिस्तान के साथ लगातार दो T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।

इन टीमों ने एक साथ समय बिताया है, अपने संयोजनों को परखा है और अपनी रणनीतियों को बेहतर बनाया है। दूसरी ओर, भारत एशिया कप में अपने अभियान की शुरुआत 10 सितंबर को UAE के ख़िलाफ़ करके, बिना किसी तैयारी के उतरेगा। क्रिकेट पूरी तरह से लय का खेल है और यह अंतर भारत की कमज़ोरी साबित हो सकता है।

पसंदीदा लेकिन कमज़ोर

भारत की ताकत से इनकार नहीं किया जा सकता। T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वे नंबर 1 हैं, हर विभाग में उनकी गहराई है और उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो दबाव वाले मैचों में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। लेकिन इतिहास एक चेतावनी देता है।

पिछली बार जब एशिया कप T20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में खेला गया था, तो भारत फाइनल तक भी नहीं पहुँच पाया था। वे अपनी इस ग़लती को सुधारना चाहेंगे, लेकिन इस बार वे धीमी शुरुआत बर्दाश्त नहीं कर सकते। पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान की T20 फॉर्म को देखते हुए, भारत सुस्ती बर्दाश्त नहीं कर सकता।

नतीजा

एशिया कप 2025 इस बात की असली परीक्षा होगी कि क्या टीम का स्तर मैच अभ्यास की कमी पर भारी पड़ सकता है। भारत के पास रिकॉर्ड नौवीं बार ट्रॉफ़ी उठाने वाली टीम है। लेकिन अगर वे जल्दी लय नहीं पकड़ पाए तो एक साथ खेलने का लंबा अंतराल उन्हें परेशान कर सकता है।

सूर्यकुमार यादव के लिए यह अपनी कप्तानी क्षमता साबित करने के साथ ही यह सुनिश्चित करने का मौक़ा है कि टीम सिर्फ साख के साथ ही नहीं, बल्कि प्रदर्शन के साथ भी आगे बढ़े। 

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Mohammed Afzal

Mohammed Afzal

Author ∙ Sep 9 2025, 10:28 PM | 3 Min Read
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