पाकिस्तान के नाम दर्ज हुए कई शर्मनाक रिकॉर्ड; 3 दशकों में पहली बार मेज़बानी करते हुए ICC इवेंट में बुरा हाल


पाकिस्तान एक भी मैच नहीं जीत सका। [स्रोत: एपी फोटोज] पाकिस्तान एक भी मैच नहीं जीत सका। [स्रोत: एपी फोटोज]

गत चैंपियन और मेज़बान के रूप में, पाकिस्तान के पास ICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2023 में अपनी छाप छोड़ने का सुनहरा मौक़ा था। टीम ICC क्रिकेट विश्व कप 2023 और ICC T20 विश्व कप 2024 के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही थी। साथ ही वे ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023/25 अंक तालिका में सबसे निचले स्थान पर रहे।

हालांकि पाकिस्तान एक भी जीत के बिना टूर्नामेंट से बाहर हो गया है। न तो यह पहली बार है जब कोई गत विजेता चैंपियंस ट्रॉफ़ी में कोई मैच जीतने में विफल रहा है और न ही यह पहली बार है जब कोई मेज़बान देश एक भी जीत हासिल करने में विफल रहा है।

ऐसा कहा जा रहा है कि यह निश्चित रूप से पहली बार है जब गत विजेता और मेज़बान देश होते हुए कोई टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई है। अपने उतार-चढ़ाव के लिए जाने जाने वाले मोहम्मद रिज़वान और उनके साथियों ने लगभग तीन दशकों में देश के पहले ICC आयोजन में अपने प्रशंसकों की खुशी छीनने में क़ामयाबी हासिल की।

गुरुवार को रावलपिंडी में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ तीसरे लीग मैच के ख़राब मौसम के कारण रद्द होने के बाद रिज़वान ने संवाददाताओं से कहा, "हम अपने देश के सामने अच्छा प्रदर्शन करना चाहते थे। उम्मीदें बहुत अधिक थीं। हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और यह हमारे लिए निराशाजनक है।" 

ख़िताब बचाने में चूका पाकिस्तान

पाकिस्तान की त्रासदी सिर्फ़ क्रिकेट टीम के तौर पर ही नहीं बल्कि मेज़बान देश के तौर पर भी है। तीन में से दो मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हो जाने के बाद, रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में पूरे मैदान को कवर करने में असमर्थता को लेकर सवाल उठने लगे हैं। 

अब आगे पाकिस्तान कब ICC पुरुष प्रतियोगिता की मेज़बानी करेगा, इस बारे में कुछ पक्का नहीं होने के कारण, वे वास्तव में एक मेज़बान राष्ट्र के रूप में एक बेंचमार्क स्थापित कर सकते थे। रिकॉर्ड के लिए, बेहतरीन सुविधाएँ बनाना बेंचमार्क स्थापित करने का एकमात्र तरीका नहीं था। इसे कई अन्य तरीकों से किया जा सकता था।

ऐसे तरीके जो पाकिस्तान की अगली पीढ़ी को प्रेरित कर सकते हैं। पाकिस्तानी नागरिकों की कोई ग़लती न होने के बावजूद, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि देश को वैश्विक प्रतियोगिताओं की मेज़बानी करने का नियमित अवसर नहीं मिलेगा। यहां तक कि यह मौक़ा भी एक वक़्त पर छीने जाने की कगार पर था।

ऐसी स्थिति में टीम का अच्छा प्रदर्शन रोल मॉडल तैयार कर सकते थे। देश में खेल के तरीके को फिर से परिभाषित कर सकते थे। चूंकि एक पूरी तरह से फ्लॉप शो ने ऐसे प्रयास के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी, इसलिए प्रशंसकों को निराश होने का पूरा हक़ है।

पाकिस्तान क्रिकेट और उसके चयनों के इर्द-गिर्द जो कुछ भी होता है, उसके बावजूद यह लेख इस बात पर टिप्पणी करने से बचता है कि किसे खेलना चाहिए था और किसे नहीं और किसे (न्यूज़ीलैंड में) खेलना चाहिए और किसे नहीं। एक ऐसा निर्णय जो हर दूसरे दिन बदलने की क्षमता रखता है, यहाँ उम्मीद है कि PCB (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) स्थिरता का सहारा लेगा।

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Mohammed Afzal

Mohammed Afzal

Author ∙ Feb 28 2025, 10:51 AM | 3 Min Read
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