'वीज़ा कहाँ है?'- भारतीय प्रशंसकों को निशाना बनाकर की गई ऑस्ट्रेलियाई फ़ैन्स की अभद्र टिप्पणी वायरल
ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों ने नया निम्न स्तर छुआ [स्रोत: @aus_pill/x.com]
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के मेलबर्न टेस्ट के दौरान कुछ ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों द्वारा नस्लवादी नारे लगाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद क्रिकेट प्रशंसक गुस्से से उबल रहे हैं। वीडियो में स्टैंड में एक समूह भारतीय समर्थकों को निशाना बनाते हुए "तुम्हारा वीज़ा कहाँ है?" जैसे ताने मारता हुआ दिखाई दे रहा है।
एमसीजी में नस्लवादी तानों से क्रिकेट प्रशंसक भड़के
यह घटना भीड़ के व्यवहार के इतिहास में एक और काला अध्याय है। इसने 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी की यादें ताज़ा कर दीं, जब SCG की भीड़ हद से आगे निकल गई थी।
उस समय मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था। सिराज को 'ब्राउन मंकी' तक कहा गया था। अजिंक्य रहाणे की अगुआई वाली भारतीय टीम ने इसे बर्दाश्त नहीं किया। उन्होंने इस मुद्दे की शिकायत की, जिसके बाद छह दर्शकों को मैदान से बाहर निकाल दिया गया और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने माफ़ी मांगी।
आज की बात करें तो हम फिर से यहां हैं। एमसीजी में नारे भले ही उतने साफ़ न रहे हों, लेकिन उनमें साफ़ तौर पर नस्लवादी भावना थी। यह उस तरह का व्यवहार है जिसकी क्रिकेट को ज़रूरत नहीं है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
प्रशंसक अपनी बात कहें
वीडियो सामने आने के बाद से सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। दुनियाभर के प्रशंसकों ने इस व्यवहार की निंदा करते हुए कहा है कि क्रिकेट या कहीं और नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है।
यह साफ़ है कि लोग इससे तंग आ चुके हैं। क्रिकेट को ऐसा खेल माना जाता है जो लोगों को जोड़ता है, उन्हें अलग नहीं करता। ऑस्ट्रेलियाई भीड़ को ज़ोरदार और जोशीले होने के लिए जाना जाता है, लेकिन इस तरह के पल चीज़ों को बहुत आगे ले जाते हैं।
AUS बनाम IND 5वां टेस्ट अधर में लटक गया
मैदान के बाहर तो ड्रामा चल ही रहा था, लेकिन मैदान के अंदर भी बहुत कुछ हो रहा है। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चल रहे पांचवें और अंतिम टेस्ट में भारत सीरीज़ को 2-2 से बराबर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
पहली पारी में मात्र 185 रन पर ढ़ेर होने के बाद, गेंदबाज़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलिया को 181 रन पर समेट दिया। मुक़ाबला बराबरी का रहा, लेकिन भारत का शीर्ष क्रम इसमें मदद नहीं कर सका और दूसरी पारी में भी टीम लड़खड़ा गई।
दूसरे दिन स्टंप्स तक भारत 141/6 के स्कोर पर 145 रनों की बढ़त के साथ खेल रहा है। रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर क्रीज़ पर हैं और बढ़त को 200 के पार पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। ऋषभ पंत ने हमेशा की तरह 33 गेंदों पर 61 रनों की तेज़ पारी खेलकर भारत को मैच में वापसी दिलाई। ऐसे में ये पक्के तौर पर कहा जा सकता है कि तीसरा दिन रोमांचक होने वाला है।