टॉस के भूत को दरकिनार करते IPL ट्रॉफ़ी हासिल की RCB ने, कुल 8वीं बार हुआ ये कारनामा
आईपीएल 2025 जीतने के बाद विराट कोहली। [स्रोत - आईपीएल/x.com]
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आख़िरकार वह कर दिखाया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी, क्योंकि उन्होंने अहमदाबाद में पंजाब किंग्स को हराकर अपना पहला IPL ख़िताब जीता। सालों के दिल टूटने, क़रीबी हार और क्या-क्या होने की आशंकाओं के बाद आख़िरकार RCB ने ट्रॉफ़ी अपने हाथ में ले ली है।
यह जीत विराट कोहली की मौजूदगी से और भी ख़ास हो गई, जिन्होंने 18 साल के लंबे लगातार इंतज़ार के बाद आख़िरकार मायावी ट्रॉफ़ी अपने हाथ में ले ली। उनके कद के खिलाड़ी, एक आधुनिक दिग्गज, एक अथक योद्धा और RCB की भावनात्मक धड़कन के लिए, यह पल लंबे समय से प्रतीक्षित था।
टॉस से नहीं रुका RCB का ख़िताबी तूफान
इस जीत को और भी शानदार बनाने वाली बात यह थी कि उन्होंने टॉस हारने के बावजूद यह जीत हासिल की, जो सांख्यिकीय रूप से एक महत्वपूर्ण नुकसान है, ख़ासकर अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर IPL फाइनल में। यह IPL इतिहास में आठवीं बार था जब किसी टीम ने टॉस हारने के बाद ट्रॉफ़ी उठाई, बाधाओं और उम्मीदों को धता बताते हुए।
टीमें | साल |
डेक्कन चार्जर्स | 2009 |
कोलकाता नाइट राइडर्स | 2012, 2024 |
मुंबई इंडियंस | 2015, 2020 |
चेन्नई सुपर किंग्स | 2021 |
गुजरात टाइटन्स | 2022 |
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु | 2025 |
तालिका - टॉस हारने के बावजूद IPL फाइनल जीतने वाली टीमें
टीम की सामूहिक भावना, रणनीतिक प्रतिभा और जीतने की तीव्र इच्छा ने उन्हें अंतिम बाधा पार करवा दी, जो उन्हें सालों से नहीं मिल पाई थी। इसके बाद जो नज़ारे देखने को मिले, वे भावुक करने वाले थे, कोहली की आंखों में आंसू थे, प्रशंसक खुशी से झूम रहे थे और RCB कैंप ने आख़िरकार वह जश्न मनाया जिसका उन्होंने सालों से सपना देखा था।
यह ख़िताब सिर्फ़ जीत नहीं है, यह एक तरह से बदला है, यह मज़बूत इरादे और RCB के वर्चस्व का ईनाम है, ख़ासकर पिछले पांच सालों में। आख़िरकार इस ताज को बेंगलुरु ने अपनी सही जगह पा ली है, और RCB अब सिर्फ़ दावेदार नहीं है, बल्कि चैंपियन है।