अश्विन को पछाड़ा टेस्ट क्रिकेट में 'ये' दुर्लभ उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय बने रवीन्द्र जडेजा
टेस्ट मैचों में रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन शानदार रहा [X]
भारत के अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने एक अपने साथी खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन को पीछे छोड़ते हुए एक दुर्लभ कीर्तिमान हासिल किया। अनुभवी क्रिकेटर ने हाल ही में चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में भारत की शानदार जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अपनी अविश्वसनीय ऑलराउंड क्षमता का प्रदर्शन किया।
जडेजा ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया और 86 रनों की पारी खेलकर भारत को मुश्किल स्थिति से उबारा। हसन महमूद के सनसनीखेज़ स्पेल के बाद मेज़बान टीम ने 6 विकेट पर 144 रन बना लिए थे, जिसके बाद बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने आर अश्विन के साथ 199 रनों की शानदार साझेदारी की और अपनी टीम के लिए पहली पारी में मज़बूत स्कोर सुनिश्चित किया।
जडेजा ने गेंद से भी कमाल दिखाया और अपनी शानदार स्पिन गेंदबाज़ी से बांग्लादेश की बल्लेबाज़ी को तहस-नहस कर दिया। कुल मिलाकर, उन्होंने टेस्ट मैच में 5 विकेट चटकाए, जो घरेलू धरती पर कई बार उनकी प्रतिभा का परिचय देता है।
जडेजा ने अश्विन को पीछे छोड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया
बाएं हाथ के इस बेहतरीन ऑलराउंडर ने बल्ले और गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके साथ ही जडेजा ने अपने स्पिन जोड़ीदार अश्विन को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट में एक दुर्लभ उपलब्धि हासिल की। अनुभवी क्रिकेटर टेस्ट क्रिकेट में 12 मौकों पर अर्धशतक लगाने और पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज़ बन गए।
टेस्ट में सबसे ज्यादा बार 50 रन बनाने और 5 या उससे ज़्यादा विकेट लेने वाले भारतीय
खिलाड़ी | एक टेस्ट में 50+ रन और 5 विकेट |
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रवींद्र जडेजा | 12 |
रविचंद्रन अश्विन | 11 |
कपिल देव | 7 |
हरभजन सिंह | 3 |
जडेजा और अश्विन की नज़रें बांग्लादेश टेस्ट में दबदबा कायम रखने पर
चेन्नई में भारत को शानदार जीत दिलाने के बाद रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की अनुभवी जोड़ी कानपुर के ग्रीन पार्क में होने वाले निर्णायक मैच में भी इसी तरह की सफलता को दोहराने के लिए उत्सुक होगी।
कानपुर की स्पिन के अनुकूल पिच को देखते हुए, इस मैच में स्पिनरों से मेज़बान टीम के लिए अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है। गेंदबाज़ी कौशल के अलावा, अश्विन और जडेजा की महत्वपूर्ण रन बनाने की क्षमता भी भारत के लिए उपयोगी हो सकती है, क्योंकि सीरीज़ के पहले मैच में उनका शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया था।