टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले विराट कोहली ने रवि शास्त्री से ली सलाह
विराट कोहली और शास्त्री [Source: @Vkohlic18, @Vipintiwari952/X.com]
क्रिकबज की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले अपने पूर्व मेंटर रवि शास्त्री से सलाह ली थी। उन्हें जय शाह और राजीव शुक्ला से भी मिलना था, लेकिन भारत-पाकिस्तान सीमा तनाव के कारण ये मुलाकातें टल गई हैं।
भारत के सबसे सफल टेस्ट खिलाड़ियों में से एक कोहली ने 12 मई को लाल गेंद क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 5 मैचों की सीरीज़ से कुछ हफ्ते पहले ही उन्होंने अपने 14 साल के लंबे करियर को अलविदा कह दिया।
हालांकि इस अचानक लिए गए फैसले से फ़ैंस और आलोचक आश्चर्यचकित हैं, लेकिन रिपोर्टों के अनुसार कोहली काफी समय से इस कदम की योजना बना रहे थे।
विराट कोहली ने संन्यास लेने से पहले रवि शास्त्री से किया संपर्क
12 मई को विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करके सभी को चौंका दिया। लेकिन जाहिर तौर पर उन्होंने बहुत पहले ही यह फैसला ले लिया था। इसके अलावा, अपने फैसले को सार्वजनिक करने से पहले, क्रिकबज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री से व्यक्तिगत रूप से बात की थी।
कोहली और शास्त्री के बीच काफ़ी मज़बूत रिश्ता है। शास्त्री 2014 से 2021 तक भारतीय टीम के मुख्य कोच थे, उस समय ज़्यादातर समय कोहली कप्तान थे। साथ मिलकर उन्होंने भारत को कई शानदार पल दिलाए, जिसमें 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज़ और 2018 में दक्षिण अफ़्रीका में वनडे सीरीज़ जीतना शामिल है।
उनके नेतृत्व में भारत लगातार तीन वर्षों तक ICC टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर रहा और 2021 में पहली ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में पहुंचा।
इतना ही नहीं, विराट कोहली को ICC चेयरमैन और BCCI के पूर्व सचिव जय शाह और BCCI के एक अन्य शीर्ष अधिकारी राजीव शुक्ला से भी बात करनी थी। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण कथित तौर पर यह बैठक नहीं हो पाई।
इसके अलावा, कोहली संभवतः मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के संपर्क में थे, क्योंकि दोनों के बीच कथित तौर पर दो बार फोन पर बातचीत हुई थी।
BCCI ने विराट पर पुनर्विचार के लिए दबाव डाला, लेकिन इस अनुभवी खिलाड़ी ने उनकी बात नहीं मानी, क्योंकि उनका मानना है कि युवा चेहरों के लिए रास्ता बनाने का यह सही समय है।